Edited By jyoti choudhary,Updated: 12 Sep, 2025 01:38 PM

रियल एस्टेट क्षेत्र के निकाय क्रेडाई के अनुसार विभिन्न उत्पादों पर जीएसटी दरों में कटौती से उपभोक्ताओं की खरीद क्षमता बढ़ेगा और आगामी त्योहारी सत्र में आवासीय संपत्तियों की मांग में तेजी आएगी। पूरे भारत में 13,000 सदस्यों वाले इस संगठन ने कहा कि...
सिंगापुरः रियल एस्टेट क्षेत्र के निकाय क्रेडाई के अनुसार विभिन्न उत्पादों पर जीएसटी दरों में कटौती से उपभोक्ताओं की खरीद क्षमता बढ़ेगा और आगामी त्योहारी सत्र में आवासीय संपत्तियों की मांग में तेजी आएगी। पूरे भारत में 13,000 सदस्यों वाले इस संगठन ने कहा कि सीमेंट और कुछ अन्य निर्माण सामग्रियों पर जीएसटी दरों में कटौती के कारण निर्माण लागत में कमी आने की उम्मीद है। यहां अपना वार्षिक कार्यक्रम क्रेडाई-नैटकॉन आयोजित करने वाले इस संगठन ने जोर देकर कहा कि जीएसटी को तर्कसंगत बनाने का लाभ ग्राहकों को दिया जाएगा।
क्रेडाई ने हालांकि यह भी जोड़ा कि ऐसा करने के लिए जरूरी है कि सीमेंट कंपनियां और निर्माण सामग्री के अन्य विनिर्माता अपनी दरें कम करें। नई जीएसटी दरें 22 सितंबर से लागू होंगी। क्रेडाई के चेयरमैन बोमन ईरानी ने बृहस्पतिवार देर रात एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, ''जीएसटी को तर्कसंगत बनाने से लोगों में उत्साह पैदा हुआ है। उपभोक्ताओं में सकारात्मक भावना है, जो त्योहारी सत्र से पहले एक अच्छा संकेत है।''
क्रेडाई के अध्यक्ष शेखर पटेल ने कहा कि जीएसटी दरों में कमी, आम बजट 2025-26 में कर प्रोत्साहन और आरबीआई के रेपो दरों में कटौती करने से आवास की मांग बढ़ेगी। उन्होंने कहा कि 2025 के पहले छह महीनों में आवास की कीमतें बढ़ी हैं, लेकिन बेची गई इकाइयों की संख्या में गिरावट आई।