Edited By jyoti choudhary,Updated: 30 Oct, 2025 01:49 PM

अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने उम्मीद के मुताबिक 25 बेसिस प्वाइंट की ब्याज दर कटौती की है लेकिन दिसंबर की पॉलिसी में आगे कोई कटौती न होने के संकेत ने बाजार की धारणा कमजोर कर दी। इस अनिश्चितता के कारण गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत भारी गिरावट के...
बिजनेस डेस्कः अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने उम्मीद के मुताबिक 25 बेसिस प्वाइंट की ब्याज दर कटौती की है लेकिन दिसंबर की पॉलिसी में आगे कोई कटौती न होने के संकेत ने बाजार की धारणा कमजोर कर दी। इस अनिश्चितता के कारण गुरुवार को भारतीय शेयर बाजार की शुरुआत भारी गिरावट के साथ हुई। शुरुआती 40 मिनट के भीतर सेंसेक्स 500 अंक तक टूट गया और निवेशकों को 2.27 लाख करोड़ रुपए का नुकसान उठाना पड़ा।
बाजार की मौजूदा स्थिति
दोपहर 12 बजे बीएसई सेंसेक्स 460.45 अंक या 0.54% गिरकर 84,537.66 पर ट्रेड कर रहा था, जबकि निफ्टी 142 अंक गिरकर 25,911.10 पर पहुंच गया। दिन के दौरान सेंसेक्स 84,467.03 तक फिसला और निफ्टी 25,892.25 तक गिरा, जो सत्र के निचले स्तर रहे।
कौन से शेयर गिरे, कौन से बढ़े
सेंसेक्स पर सन फार्मा, भारती एयरटेल, पावर ग्रिड, आईटीसी, टाटा स्टील और एशियन पेंट्स में 1% से ज्यादा की गिरावट देखी गई। वहीं, लार्सन एंड टुब्रो, अडानी पोर्ट्स और मारुति के शेयरों में मामूली बढ़त रही। सेक्टोरल इंडेक्स में हेल्थकेयर, आईटी, टेलीकॉम और बैंकिंग शेयरों में सबसे ज्यादा दबाव दिखा, जबकि बीएसई मिडकैप इंडेक्स में हल्की तेजी और स्मॉलकैप इंडेक्स में मामूली गिरावट रही।
विदेशी निवेशकों की बिकवाली का असर
विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने बुधवार को 2,540 करोड़ रुपए के शेयर बेचे। हालांकि, इससे एक दिन पहले उन्होंने 10,000 करोड़ रुपए से अधिक का निवेश किया था। अक्टूबर में अब तक एफआईआई ने करीब 18,000 करोड़ रुपए का निवेश किया है, जो तीन महीने में सबसे बेहतर प्रवाह रहा है।