Edited By jyoti choudhary,Updated: 16 Dec, 2025 05:35 PM

भारत पेट्रोलियम उत्पाद एवं इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं का निर्यात बढ़ाकर चीन के साथ अपने भारी-भरकम व्यापार घाटे को कम करने में कुछ हद तक सफल हुआ है। वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष में...
नई दिल्लीः भारत पेट्रोलियम उत्पाद एवं इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं का निर्यात बढ़ाकर चीन के साथ अपने भारी-भरकम व्यापार घाटे को कम करने में कुछ हद तक सफल हुआ है। वाणिज्य मंत्रालय के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है। आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-नवंबर 2024 के दौरान देश से चीन को निर्यात 32.83 प्रतिशत बढ़कर 12.22 अरब डॉलर हो गया। पिछले साल की समान अवधि में यह आंकड़ा सिर्फ 9.20 अरब डॉलर था। चीन को हुए इस निर्यात में पेट्रोलियम उत्पादों का योगदान सबसे अधिक रहा।
इसके बाद इलेक्ट्रॉनिक सामान, समुद्री उत्पाद एवं तेल खली का स्थान रहा। एक अधिकारी ने इन आंकड़ों पर कहा, ‘‘चीन को निर्यात में हुई तीव्र वृद्धि उसके साथ व्यापार की गति में मजबूती को दर्शाती है। इसे प्रमुख जिंस खंड में उच्च मांग और इस अवधि में बेहतर निर्यात प्रदर्शन का समर्थन मिला है।'' चीन के साथ भारत का व्यापार घाटा वित्त वर्ष 2024-25 में बढ़कर रिकॉर्ड 99.2 अरब डॉलर पर पहुंच गया था।