Edited By jyoti choudhary,Updated: 22 Aug, 2025 03:33 PM

भारतीय शेयर बाजार में 22 अगस्त को जोरदार बिकवाली देखने को मिली। सेंसेक्स 693.86 अंक टूटकर 81,306.85 पर और निफ्टी 213.65 अंक गिरकर 24,870.10 पर बंद हुआ।
बिजनेस डेस्कः भारतीय शेयर बाजार में 22 अगस्त को जोरदार बिकवाली देखने को मिली। सेंसेक्स 693.86 अंक टूटकर 81,306.85 पर और निफ्टी 213.65 अंक गिरकर 24,870.10 पर बंद हुआ।
निवेशकों की नजर इस समय अमेरिका के जैक्सन होल कॉन्फ्रेंस और फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल के भाषण पर टिकी हुई है। इससे पहले निवेशक सतर्क रुख अपनाए हुए हैं।
गिरावट के प्रमुख कारण......
मुनाफावसूली
सेंसेक्स और निफ्टी में लगातार छह दिनों से तेजी जारी थी। जिसके बाद आज निवेशकों ने मुनाफा बुक करना शुरू किया। सबसे अधिक गिरावट फाइनेंशियल्स और आईटी शेयरों में देखने को मिली। HDFC बैंक और ICICI बैंक जैसे हैवीवेट शेयरों में बिकवाली देखी गई। इसके चलते सेंसेक्स और निफ्टी अधिकतर इंडेक्स दबाव में आ गए।
जेरोम पॉवेल के भाषण से पहले घबराहट
अमेरिकी फेडरल रिजर्व बैंक के चेयरमैन, जेरोम पावेल आज देर शाम जैक्सन होल कॉन्फ्रेंस में भाषण देने वाले हैं। इस भाषण में अमेरिकी मॉनिटरी पॉलिसी की दिशा को लेकर बड़े संकेत मिलने की उम्मीद जताई जा रही है। HDFC सिक्योरिटीज के प्राइस रिसर्च हेड, देवर्ष वकील ने बताया, "शेयर बाजार में कमजोरी की बड़ी वजह फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल का आज होने वाला भाषण है। इस भाषण से पहले बाजार में अनिश्चितता बढ़ी है, जिसके चलते मुनाफावसूली देखी जा रही है। इस भाषण में सितंबर की मॉनिटरी पॉलिसी की दिशा को लेकर संकेत मिल सकते हैं।"
अमेरिकी टैरिफ की चिंता
भारत पर 27 अगस्त से लागू होने वाले अतिरिक्त 25 प्रतिशत अमेरिकी टैरिफ ने भी निवेशकों के सेंटीमेंट को कमजोर किया। जियोजित इनवेस्टमेंट्स लिमिटेड के चीफ इनवेस्टमेंट स्ट्रैटेजिस्ट डॉ वीके विजयकुमार ने बताया, "टअगर 25% की पेनाल्टी टैरिफ लागू होती है तो भारत की जीडीपी ग्रोथ पर इसका असर पहले के जताए अनुमान से 20–30 बेसिस प्वाइंट्स अधिक सकता है। इसका असर बाजार पर भी दिख सकता है।"
भारतीय रुपया कमजोर
भारतीय रुपया शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में 11 पैसे फिसलकर 87.36 प्रति डॉलर पर पहुंच गया। डॉलर की मांग बढ़ी लेकिन FPI (विदेशी पोर्टफोलियो निवेश) के निवेश और कच्चे तेल की कीमतों में नरमी ने बड़े नुकसान से बचाया।
अमेरिका की भारत पर टिप्पणी
व्हाइट हाउस के ट्रेड एडवाइजर पीटर नवारो ने भारत पर एक बार तीखा हमला किया है। नवारो ने आरोप लगाया कि भारत मुनाफाखोरी के लिए रूस से तेल खरीद रहा है। उन्होंने भारत को रूस के लिए “लॉन्ड्रोमैट” (स्वयं-सेवा लॉन्ड्री) करार दिया। साथ ही कहा कि भारतीय सामानों पर 27 अगस्त से सेकेंडरी टैरिफ लागू करने की समयसीमा आगे नहीं बढ़ेगी। इस बयान ने बाजार के सेंटीमेंट को कमजोर किया।