Edited By jyoti choudhary,Updated: 13 Dec, 2025 01:01 PM

मौजूदा साल के अंत तक भले ही शेयर बाजार अपने रिकॉर्ड स्तरों के आसपास पहुंच गया हो लेकिन निवेशकों को वैसा रिटर्न नहीं मिल पाया, जैसी उम्मीद थी। टैरिफ दबाव, रुपए की कमजोरी और विदेशी निवेशकों की बिकवाली के कारण बाजार में पूरे साल भारी उतार-चढ़ाव देखने...
बिजनेस डेस्कः मौजूदा साल के अंत तक भले ही शेयर बाजार अपने रिकॉर्ड स्तरों के आसपास पहुंच गया हो लेकिन निवेशकों को वैसा रिटर्न नहीं मिल पाया, जैसी उम्मीद थी। टैरिफ दबाव, रुपए की कमजोरी और विदेशी निवेशकों की बिकवाली के कारण बाजार में पूरे साल भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिला।
इसके उलट, सोना और चांदी ने रिटर्न के मामले में कई दशक पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए। वायदा बाजार में सोने ने करीब 71% और चांदी ने 121% तक का शानदार रिटर्न दिया है। ऐसे में निवेशकों के सामने सवाल है—2026 में शेयर बाजार बेहतर रहेगा या सोना-चांदी? इस सवाल पर देश की दिग्गज ब्रोकरेज फर्म कोटक सिक्योरिटीज ने बड़ा आउटलुक जारी किया है।
शेयर बाजार के लिए क्या बन सकता है सपोर्ट?
कोटक सिक्योरिटीज के अनुसार....
- सितंबर 2024 के पीक से बाजार में करीब 17% की गिरावट आई थी, लेकिन इसके बाद निफ्टी-50 ने 2025 के अंत तक नया ऑल-टाइम हाई हासिल किया।
- लार्ज-कैप शेयरों ने बेहतर प्रदर्शन किया, जबकि मिड और स्मॉल-कैप अपेक्षाकृत कमजोर रहे।
- ऑटो, बैंकिंग और मेटल सेक्टर में मजबूती रही, जबकि IT और FMCG दबाव में रहे।
- FPI की लगातार बिकवाली के बावजूद घरेलू निवेशकों (DII) ने बाजार को सहारा दिया।
- IPO और प्राइमरी मार्केट एक्टिविटी मजबूत रही, जिससे बाजार की मजबूती साफ दिखी।
2026 तक निफ्टी का अनुमान
- निफ्टी की अर्निंग ग्रोथ FY27 में 17.6% और FY28 में 14.8% रहने का अनुमान।
- बेस केस: दिसंबर 2026 तक निफ्टी 29,120 तक पहुंच सकता है।
- बुल केस: निफ्टी 32,032 तक जा सकता है।
- बियर केस: गिरावट की स्थिति में निफ्टी 26,208 तक आ सकता है।
2026 के हॉट सेक्टर: BFSI, टेक्नोलॉजी, हेल्थकेयर और हॉस्पिटैलिटी।
सोना-चांदी की चमक रहेगी बरकरार
- 2025 में सोने की कीमतें वैश्विक स्तर पर 55% से ज्यादा बढ़ीं और 4,000 डॉलर प्रति औंस के पार पहुंचीं।
- भारत में वायदा बाजार में सोना अब तक करीब 71% मजबूत हो चुका है, जिसमें रुपये की कमजोरी का भी असर शामिल है।
- चांदी ने सोने से भी बेहतर प्रदर्शन किया और वायदा बाजार में 121% की जबरदस्त तेजी दर्ज की।
- सप्लाई की कमी, सेफ-हेवन डिमांड और स्ट्रक्चरल फैक्टर्स से कीमती धातुओं को सपोर्ट मिला।
कमोडिटी मार्केट का आउटलुक
कच्चा तेल: 2025 में करीब 19% गिरावट, 2026 के लिए सतर्क रुख।
कॉपर और एल्युमिनियम: इलेक्ट्रिफिकेशन की बढ़ती मांग और सप्लाई टाइटनेस से सपोर्ट, हालांकि उतार-चढ़ाव बना रहेगा।
एक्सपर्ट की राय
कोटक सिक्योरिटीज के MD & CEO श्रीपाल शाह ने कहा कि वैश्विक चुनौतियों के बावजूद भारत ग्रोथ का मजबूत केंद्र बना हुआ है। उन्होंने कहा, “हमारी इक्विटी पर राय पॉजिटिव है। कॉर्पोरेट अर्निंग मजबूत रहने की उम्मीद है और नीतिगत माहौल सहयोगी है। 2026 में सोना सुरक्षित निवेश के रूप में अपनी चमक बनाए रखेगा।”
उन्होंने यह भी बताया कि SEBI सर्वे के अनुसार, 63% भारतीय परिवार सिक्योरिटीज मार्केट के बारे में जानते हैं लेकिन सिर्फ 9.5% परिवार ही निवेश करते हैं—जो भारत के इक्विटी बाजार में बड़ी संभावनाओं को दर्शाता है।