Edited By jyoti choudhary,Updated: 11 Nov, 2025 03:33 PM

हफ्ते के दूसरे कारोबारी दिन मंगलवार, 11 नवंबर को शेयर बाजार में हलचल देखने को मिली। शुरुआती गिरावट के बाद बाजार ने रिकवरी की और सेंसेक्स 600 अंक और निफ्टी 200 अंक तक ऊपर आया। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 335 अंक चढ़कर 83,871 के स्तर पर और निफ्टी 120...
मुंबईः हफ्ते के दूसरे कारोबारी दिन मंगलवार, 11 नवंबर को शेयर बाजार में हलचल देखने को मिली। शुरुआती गिरावट के बाद बाजार ने रिकवरी की और सेंसेक्स 600 अंक और निफ्टी 200 अंक तक ऊपर आया। कारोबार के अंत में सेंसेक्स 335 अंक चढ़कर 83,871 के स्तर पर और निफ्टी 120 अंक की बढ़त के साथ 25,694 के स्तर पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 22 में खरीदारी देखने को मिली, जबकि 8 शेयरों में कमजोरी रही। बाजार में रिकवरी की एक वजह भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील की उम्मीद बढ़ना है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा है कि दोनों देशों के बीच व्यापार समझौता अंतिम चरण के करीब है। इससे दोनों देशों के आर्थिक और रणनीतिक संबंध मजबूत होंगे और निवेश को बढ़ावा मिलेगा, जिसके चलते निवेशकों का भरोसा लौटा है।
उधर, अमेरिकी सरकार का शटडाउन खत्म होने का संकेत भी बाजार की रिकवरी में मददगार साबित हुआ है। अमेरिकी सीनेट ने सरकारी फंडिंग बहाल करने वाला बिल पास कर दिया है, जिससे लंबे समय से अटके आर्थिक डेटा जारी होने और फेड की अगली ब्याज दर दिशा स्पष्ट होने की उम्मीद है। साथ ही फेड रिजर्व द्वारा दिसंबर में ब्याज दर में कटौती की संभावना ने भी ग्लोबल सेंटिमेंट को सपोर्ट दिया है।
ग्लोबल मार्केट में भी मिश्रित कारोबार देखने को मिला। जापान का निक्केई और कोरिया का कोस्पी बढ़त में कारोबार कर रहे हैं, जबकि हांगकांग का हैंगसेंग और चीन का शंघाई कंपोजिट दबाव में हैं। अमेरिकी बाजार पहले ही मजबूती के साथ बंद हुए थे, जिससे भारतीय बाजार को शुरुआती सपोर्ट मिला।
हालांकि विदेशी निवेशकों ने 10 नवंबर को 4,076 करोड़ रुपए के शेयरों की बिकवाली की, जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों ने 5,811 करोड़ रुपए की खरीदारी कर बाजार को सहारा दिया। पिछले महीने FPI की ओर से 14,610 करोड़ रुपए का निवेश आया था, जबकि सितंबर में उन्होंने बड़ी बिकवाली की थी।