Edited By Jyoti,Updated: 01 Nov, 2022 01:25 PM
गोपाष्टमी के ठीक एक दिन बाद प्रत्येक वर्ष कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को अक्षय नवमी का पर्व मनाया जाता है। इस वर्ष की बात करें तो इस बार ये तिथि 02 नवंबर, दिन बुधवार को पड़ रहा है। बता दें धार्मिक किंवदंतियों के अनुसार इस दिन को
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गोपाष्टमी के ठीक एक दिन बाद प्रत्येक वर्ष कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को अक्षय नवमी का पर्व मनाया जाता है। इस वर्ष की बात करें तो इस बार ये तिथि 02 नवंबर, दिन बुधवार को पड़ रहा है। बता दें धार्मिक किंवदंतियों के अनुसार इस दिन को आंवला नवमी के नाम से जाना जाता है। तो वहीं ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक के इस दिन सृष्टि के पालनहार भगवान विष्णु की पूजा का विधान है। साथ ही साथ आंवले पेड़ का पूजन करने से व्यक्ति के सौभाग्य, आरोग्य और सुख में वृद्धि होती है।
कहा जाता है ऐसे में अगर कोई व्यक्ति इस शुभ दिन पर ज्योतिष शास्त्र में बताए गए आंवले से जुड़े उपायों को अपनाता है, उसके जीवन में कभी धन की कमी नहीं आती साथ ही साथ जीवन के तमाम सुखों की उसको प्राप्ति होती है।
अतः इसी शुभ अवसर के उपलक्ष्य पर हम आपको बताने जा रहे हैं अक्षय नवमी के दिन किए जाने वाले आंवले के प्रभावी उपाय, जो आपके जीवन की खुशियों की चाबी खोल सकता है। तो आइए जानते हैं क्या है ये चमत्कारी उपाय-
अक्षय नवमी यानि कि आंवला नवमी के दिन आंवले के पेड़ के नीचे बैठकर भोजन बनाएं और पूरे परिवार संग खाना खाएं। इससे अक्षय फल और अच्छी सेहत की प्राप्ति होती है। वहीं अगर पेड़ के नीचे खाना खाते समय आंवले की पत्तियां गिर जाएं तो इसे साक्षात भगवान विष्णु का आशीर्वाद माना जाता है।
अक्षय नवमी के दिन आंवले पेड़ की पूजा अवश्य करें। ऐसी मान्यता है कि कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की नवमी के दिन आंवले के वृक्ष की उत्पत्ति हुई थी। मान्यताओं के अनुसार पीपल और केले के पेड़ के अलावा आंवले के पेड़ में भी भगवान विष्णु, शिव जी और माता लक्ष्मी का वास माना गया है। इसलिए इस दिन अक्षय लाभ पाने के लिए आंवले के पेड़ की पूजा जरूर करनी चाहिए। इससे आपके जीवन में धन का आगमन होता है।
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अक्षय नवमी के दिन आंवले के वृक्ष के नीचे जरूरतमंदों को भोजन कराना बहुत ही उत्तम माना गया है। जो लोग इस दिन ऐसा करते हैं उनके घर में अन्न-धन के भंडार कभी खत्म नहीं होते हैं।
आंवला नवमी के दिन आंवले का दान करना बहुत शुभ माना जाता है। जो लोग इस दिन आंवले का दान करते हैं उसकी हर मनोकामना पूर्ण होती है और जीवन के सारे कष्ट भी दूर होते हैं।
इसके अलावा इस दिन भगवान विष्णु जी को आंवला जरूर अर्पित करें। मान्यता है कि सृष्टि निर्माण के लिए ब्रह्मा जी के आंसुओं से आंवला पेड़ उत्पन्न हुआ था और इसे पृथ्वी का पहला फल माना जाता है। इसलिए भगवान की पूजा करते समय भोग में आंवला जरूर चढ़ाएं। आपको पुण्य की प्राप्त होगी।
इस दिन दान और ब्राह्मणों को भोजन कराने से पुण्य लाभ की प्राप्ति होती है। ऐसा इसलिए क्योंकि अक्षय नवमी के दिन इसका महत्व और लाभ कई गुना बढ़ जाता है। ऐसे में आंवला नवमी के दिन किए गया दान और ब्राह्मणों को भोजन धन-संपदा और सुख-शांति में कई गुना बढ़ोतरी करता है।
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक आंवला नवमी पर नई चीजों की खरीदारी शुभ मानी जाती है। इस दिन सोना-चांदी, आभूषण और जमीन जायदाद की खरीदारी करने से लगातार भौतिक चीजों में वृद्धि होती है।
भगवान विष्णु की अपार कृपा प्राप्त करने के लिए इस दिन आंवले का सेवन अवश्य करें। इसी के साथ इस दिन घर के आस-पास आंवले का पौधे लगाना भी बहुत शुभ माना गया है। शास्त्रों के अनुसार, ऐसा करने से घर में नकारात्मक ऊर्जा प्रवेश नहीं करती है और घर की सुख-समृद्धि