Edited By Prachi Sharma,Updated: 16 Dec, 2025 11:32 AM

Kharmas 2025 : खरमास का समय हिंदू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। ज्योतिषीय गणना के अनुसार, जब सूर्य धनु या मीन राशि में प्रवेश करते हैं तो उस एक माह की अवधि को खरमास कहा जाता है, जिसमें शुभ और मांगलिक कार्यों पर रोक लग जाती है।
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Kharmas 2025 : खरमास का समय हिंदू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। ज्योतिषीय गणना के अनुसार, जब सूर्य धनु या मीन राशि में प्रवेश करते हैं तो उस एक माह की अवधि को खरमास कहा जाता है, जिसमें शुभ और मांगलिक कार्यों पर रोक लग जाती है। हालांकि, यह अवधि पूजा-पाठ, जप, तप, दान और धार्मिक अनुष्ठानों के लिए बेहद शुभ मानी जाती है। खरमास 2025 में धन लाभ और सुख-समृद्धि के योग बनाने के लिए आप कुछ अचूक ज्योतिष उपाय अपना सकते हैं।
सूर्य देव को अर्घ्य और उपासना
खरमास में सूर्य देव धनु राशि में होते हैं, जिससे उनका तेज कुछ कमजोर माना जाता है। इस अवधि में सूर्य की उपासना विशेष फलदायी होती है। सुबह स्नान के बाद तांबे के लोटे से सूर्य देव को जल अर्पित करें। जल में लाल चंदन, लाल फूल और अक्षत मिलाना शुभ होता है। अर्घ्य देते समय ॐ सूर्याय नमः या ॐ घृणि सूर्याय नमः मंत्र का जाप करें। इससे मान-सम्मान में वृद्धि होती है, करियर की बाधाएं दूर होती हैं, और धन के मार्ग खुलते हैं।
भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की आराधना
खरमास भगवान विष्णु को समर्पित होता है। इस माह में उनकी पूजा करने से माता लक्ष्मी भी प्रसन्न होती हैं। प्रतिदिन ॐ नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का कम से कम 108 बार जाप करें। श्रीमद्भागवत महापुराण या विष्णु सहस्रनाम का पाठ करना अत्यंत शुभ माना जाता है। घर में सत्यनारायण भगवान की कथा का आयोजन करवाना समृद्धि और सौभाग्य लाता है। तुलसी को माता लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है। खरमास में नियमित रूप से तुलसी को जल चढ़ाएं और शाम को उनके पास घी का दीपक जलाएं। इससे घर की दरिद्रता दूर होती है और सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, जो धन लाभ के योग बनाता है।

गुरु बृहस्पति को मजबूत करना
सूर्य का धनु राशि में होना गुरु ग्रह को भी प्रभावित करता है। बृहस्पति को मजबूत करने के लिए ये उपाय करें। गुरुवार के दिन या खरमास की अवधि में गरीब और जरूरतमंद लोगों को पीले रंग की वस्तुएं दान करें, जैसे - हल्दी, चना दाल, बेसन, पीले वस्त्र, केला या केसर। बृहस्पति की कृपा से कार्यों में आ रही बाधाएं दूर होती हैं और धन-वैभव में वृद्धि होती है।
दान-पुण्य का विशेष महत्व
खरमास का समय दान-पुण्य के लिए अक्षय पुण्य प्रदान करता है। इस दौरान किया गया दान कई गुना फल देता है और धन की कमी नहीं होने देता। इस माह में गरीबों को उनकी आवश्यकता की चीजें दान में दें, जैसे - कंबल, ऊनी कपड़े, अनाज, गुड़, तिल, काली उड़द दाल आदि।
धार्मिक ग्रंथों का पाठ
इस दौरान धार्मिक ग्रंथों का अध्ययन और पाठ करना मन को शुद्ध करता है और आत्मिक शांति प्रदान करता है। श्रीराम कथा, भागवत कथा, शिव पुराण या हनुमान चालीसा का नियमित रूप से पाठ करना शुभ माना गया है। हनुमान चालीसा का पाठ सभी बाधाओं को दूर करता है।
