Edited By Niyati Bhandari,Updated: 02 Sep, 2025 03:39 PM

Ganesh Visarjan 2025: गणपति बप्पा की विदाई (गणेश विसर्जन) के समय वास्तु शास्त्र के अनुसार कुछ बातें ध्यान रखने योग्य मानी जाती हैं, ताकि घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहे और शुभता का संचार होता रहे। विदाई के समय मन में उदासी न रखकर श्रद्धा और कृतज्ञता...
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Ganesh Visarjan 2025: गणपति बप्पा की विदाई (गणेश विसर्जन) के समय वास्तु शास्त्र के अनुसार कुछ बातें ध्यान रखने योग्य मानी जाती हैं, ताकि घर में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहे और शुभता का संचार होता रहे। विदाई के समय मन में उदासी न रखकर श्रद्धा और कृतज्ञता का भाव रखें। मानें कि बप्पा अगले वर्ष और अधिक सुख-समृद्धि के साथ पधारेंगे। वास्तु के अनुसार सही दिशा, शुद्धि और श्रद्धा के साथ बप्पा की विदाई करने से घर में सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है।
वास्तु अनुसार ध्यान देने योग्य बातें:
विसर्जन की दिशा
गणेश जी की प्रतिमा को घर से बाहर निकालते समय मुख उत्तर या पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए। यह दिशा सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि का प्रतीक मानी जाती है।

विसर्जन से पहले पूजा
विदाई से पहले गणपति जी का पूजन, भोग (मोदक/लड्डू), फूल और अक्षत अर्पित करना चाहिए। "गणपति बप्पा मोरया, अगले बरस तू जल्दी आ" बोलकर विदाई दें।

कलश विसर्जन
यदि स्थापना के समय कलश रखा गया हो, तो उसका भी शुद्ध रीति से विसर्जन करना चाहिए।

नारियल और पुष्प
प्रतिमा के साथ नारियल, पुष्प आदि बहते जल में प्रवाहित करें लेकिन पॉलिथीन, प्लास्टर ऑफ पेरिस, रंगीन केमिकल का प्रयोग न करें। पर्यावरण अनुकूल विसर्जन करें।

घर में शुद्धि
विसर्जन के बाद घर में गंगा जल या गौ मूत्र से छिड़काव करके घर को शुद्ध करना शुभ माना जाता है। दीपक जलाकर घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करें।

मुख्य द्वार पर संकेत
घर के मुख्य द्वार पर हल्दी-कुमकुम से स्वस्तिक या ॐ का चिन्ह बनाएं। यह शुभता और समृद्धि का प्रतीक है।
