Edited By Niyati Bhandari,Updated: 01 Feb, 2025 01:03 AM

Bathu Ki Ladi Temple of Kangra: पंजाब में दसूहा के तलवाड़ा पोंग डैम के नजदीक स्थित है प्राचीन मंदिर बाथू की लड़ी। हालांकि, यह मंदिर हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा में स्थित है, परंतु अगर पोंग डैम से इस मंदिर को देखा जाए तो महज कुछ सौ मीटर दूर महाराणा...
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Bathu Ki Ladi Temple of Kangra: पंजाब में दसूहा के तलवाड़ा पोंग डैम के नजदीक स्थित है प्राचीन मंदिर बाथू की लड़ी। हालांकि, यह मंदिर हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा में स्थित है, परंतु अगर पोंग डैम से इस मंदिर को देखा जाए तो महज कुछ सौ मीटर दूर महाराणा प्रताप झील के बीचोंबीच यह मंदिर बनाया गया है।

मंदिर के बारे में मान्यता है कि द्वापर युग में जब पांडव अपना अज्ञातवास काटने दसूहा पहुंचे थे तब उन्होंने इसका निर्माण किया था। इसकी विशेषता है कि यह मंदिर साल के 9 महीने पानी में डूबा रहता है और सिर्फ गर्मियों के मौसम में जब झील का पानी सूख जाता है तब 3 महीने तक इसके दर्शन किए जा सकते हैं।
इस मंदिर को बनाने के लिए जिस पत्थर का इस्तेमाल किया गया था उसे बाथू कहा जाता है, इसलिए इस मंदिर का नाम बाथू की लड़ी पड़ा।

इस मंदिर के बारे में आश्चर्य वाली बात है कि लंबे समय तक डूबे रहने के बाद भी मंदिर की संरचना में कोई बदलाव नहीं आया है। ऐसा इसलिए क्योंकि मंदिर जिस बाथू नामक पत्थर से बना है, वह काफी शक्तिशाली है। यहां पर आप भगवान गणेश और काली की मूर्तियों को पत्थर पर उकेरा हुआ देख सकते हैं। मंदिर के अंदर शेषनाग पर आराम करते हुए भगवान विष्णु की मूर्ति भी स्थापित है। इस जगह पर एक गर्भगृह है, जहां शिवलिंग स्थापित है। इसके साथ इस मंदिर में कुल मिलाकर 8 मंदिरों का समूह है।

कहा जाता है कि ठीक इसी जगह पर भगवान कृष्ण ने पांडवों को स्वर्ग को जाने वाली सीढ़ी बनाने का आदेश दिया था तथा पांडवों द्वारा स्वर्ग की सीढ़ी बनाई भी गई, परंतु किसी कारणवश वह पूरी नहीं बनाई जा सकी। आज भी यह स्वर्ग की सीढ़ी इस जगह पर मौजूद है। देश-विदेश से लोग इस 5000 साल पुराने मंदिर के दर्शन करने यहां पहुंचते हैं।
