Edited By Jyoti,Updated: 06 Nov, 2020 03:25 PM
दिवाली से पहले धनतेरस का पर्व मनाया जाता है। इस बार दिवाली 14 नवंबर को मनाई जाएगी अर्थात धनतेरस का पर्व 13 नवंबर को मनाया जाएगा
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
दिवाली से पहले धनतेरस का पर्व मनाया जाता है। इस बार दिवाली 14 नवंबर को मनाई जाएगी अर्थात धनतेरस का पर्व 13 नवंबर को मनाया जाएगा। शास्त्रों के अनुसार इस दिन को खरीददारी का अधिक महत्व होता है। खासतौर पर इस दिन सोना-चांदी खरीदा जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन खरीदी गई चीज़ें में दोगुनी वृद्धि होती है। यही कारण है कि शास्त्रों में इस दिन से जुड़े कुछ खास उपाय बताए गए हैं। इन्हीं उपायों में कुछ उपाय आज हम आपको बताने वाले हैं, जिन्हें अगर धनतेरस के दिन किया जाए तो देवी लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है। और जीवन में असफलता जैसी ठोकरें कम लगती हैं। तो चलिए जानते हैं कौन से हैं ये खास उपाय-
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन यानि धनतेरस को विशेष रूप से दीए जलाए जाते हैं। इस दौरान इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए कि जब शाम को दीया जलाया तो उसके पास एक कौड़ी को रख दें। जब अगले दिन दीए उठाएं तो इस कौड़ी को लाल कुपड़े में लपेटकर अपने पास रक लें। कहा जाता है इससे पैसों में आ रही कमी दूर होती है और बरकत बढ़ती है।
धनतेरस का पर्व भगवान धनवंतरि के साथ-साथ कुबेर देव को भी समर्पित है। इसलिए इस दिन इनकी भी पूजा करनी चाहिए। साथ ही साथ 108 बार "ॐ यक्षाय कुबेराय वैश्रववाय, धन-धान्यधिपतये धन-धान्य समृद्धि मम देहि दापय स्वाहा" कुबेर मंत्र का जाप करना चाहिए, इससे जातक के जीवन में धन का आगमन बढ़ता है।
एक तरफ जहां इस दिन सोने और चांदी की खरीददारी करनी शुभ मानी जाती है तो वहीं इस दिन चांदी के सिक्के की पूजा का भी विधान है। साथ ही साथ इस दिन हल्दी की गांठ की पूजा भी की जाती हैं। इससे जीवन में तरक्की के साथ-साथ आर्थिक स्थिति भी मज़बूत होती है।
दिवाली के साथ-साथ धनतेरस के दिन भी किन्नरों का आशीर्वाद लेना अच्छा होता है। कहा जाता है अगर इन दोनों दिनों में से एक भी दिन ये मिल जाए तो इनसे 1 रूपया आशीर्वाद के रूप में लेकर अपने तिज़ोरी आदि में रख लेना चाहिए, इससे धन-धान्य में बरकत बढ़ती है।
इनके अतिरिक्त इन दोनों यानि धनतेरस के साथ-दिवाली के दिन व्यक्ति को श्री यंत्र की पूजा करनी चाहिए। इससे भी जीवन की सुख-समृद्धि दोगुनी होती है।