Edited By Niyati Bhandari,Updated: 20 Jul, 2025 02:00 PM

Kamika Ekadashi Second Sawan Monday: कामिका एकादशी हिन्दू धर्म में अत्यंत पुण्यदायी मानी जाती है। यह सावन महीने के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को आती है और इस दिन भगवान विष्णु की विशेष पूजा की जाती है। कुछ स्थानों पर इसे कामिका ग्यारस अथवा सावन कृष्ण...
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Kamika Ekadashi Second Sawan Monday: कामिका एकादशी हिन्दू धर्म में अत्यंत पुण्यदायी मानी जाती है। यह सावन महीने के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को आती है और इस दिन भगवान विष्णु की विशेष पूजा की जाती है। कुछ स्थानों पर इसे कामिका ग्यारस अथवा सावन कृष्ण एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। 2025 में कामिका एकादशी 21 जुलाई, दूसरे सावन सोमवार को मनाई जाएगी। शास्त्रनुसार कामिका एकादशी कष्टों का निवारण करने वाली व मनोवांछित फल प्रदान करने वाली है। पुराणों में कामिका का बड़ा ही पुण्य बताया गया है। पद्पुराण के अनुसार जो व्यक्ति कामिका एकादशी का व्रत करता है, उसे संपूर्ण पृथ्वी दान करने का पुण्य प्राप्त होता है तथा जीवात्मा को पाप से मुक्ति मिलती है।
21 जुलाई को ही दूसरा सावन सोमवार व्रत रखा जाएगा। इस दिन भगवान शिव की पूरे विधि-विधान के साथ पूजा करने से वैवाहिक जीवन में मधुरता बनी रहती है। साथ ही कुंवारी कन्याओं को मनचाहे वर की प्राप्ति होती है। संसार की कोई भी ऐसी इच्छा नहीं है, जो शिव पूजा और सावन सोमवार व्रत से संभव न हो।

श्रीहरि और शिव परिवार का मिलेगा एकसाथ आशीर्वाद, कामिका एकादशी और दूसरे सावन सोमवार व्रत के दिन करें ये काम-
सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद साफ-सुथरे वस्त्र धारण करें।
फिर हाथ में जल लेकर व्रत का संकल्प लें और एक चौकी पर भगवान विष्णु और शिव जी की मूर्ति अथवा चित्र स्थापित करें।
अब भगवान विष्णु को कमल का फूल और शिव जी को बेलपत्र अर्पित करें।
फिर श्री हरि और शिव जी की सच्चे मन से पूजा और मंत्रों का जाप करें।

Vishnu Mantra विष्णु मंत्र- ॐ नमो भगवते वासुदेवाय, ॐ नमो नारायणाय:, ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मी वासुदेवाय नमः
Shiv mantra शिव मंत्र- ॐ नमः शिवाय, ॐ विश्वनाथाय नमः, ॐ पार्वतीपतये नमः

इसके बाद घी का दीपक जलाएं और सावन सोमवार व्रत कथा और कामिका एकादशी व्रत कथा पढ़ें।
अंत में हर और हरि की आरती करें और अपनी क्षमतानुसार दान करें।
