Edited By Niyati Bhandari,Updated: 23 Aug, 2023 07:50 AM
हिंदू धर्म में यंत्रों का खास महत्व है। यंत्र न सिर्फ व्यक्ति की मनचाही इच्छा दिलवाने में सहायता करते हैं बल्कि इनके द्वारा देवी-देवताओं की विशेष
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Kuber Yantra: हिंदू धर्म में यंत्रों का खास महत्व है। यंत्र न सिर्फ व्यक्ति की मनचाही इच्छा दिलवाने में सहायता करते हैं बल्कि इनके द्वारा देवी-देवताओं की विशेष पूजा-अर्चना भी की जाती है। हर यंत्र का अपना तारण मंत्र होता है। जिसके प्रभाव से यंत्र सिद्ध होने लगते हैं और इच्छाओं की पूर्ति होनी लगती है। शास्त्रों में अलग-अलग उद्देश्य के लिए अलग-अलग यंत्र बताए गए हैं। कुबेर यंत्र धन की प्राप्ति के लिए रखा जाता है। किसी भी प्रकार की आर्थिक स्थिति को दूर करने के लिए कुबेर यंत्र की पूजा की जाती है। माना जाता है कि माता लक्ष्मी के बाद एक मात्र कुबेर देवता हैं, जो व्यक्ति को धन-संपत्ति का आर्शिवाद देते हैं। कुबेर यंत्र को घर में रखने और उसकी पूजा करने के कई लाभ हैं बशर्ते उनसे जुड़े नियमों का पालन करें।
Kuber Yantra method कुबेर यंत्र विधि
श्री कुबेर यंत्र को घर लाने के बाद एक पीले कपड़े में लपेटकर मंदिर के सामने किसी बर्तन में रख दें। फिर अगले दिन सुबह स्नान करने के बाद साफ-सुथरे कपड़े पहनकर एक छोटी लोटे में जल लाएं। एक अलग बर्तन में गंगाजल ओर कच्चा दूध भी मिला लें। जमीन पर आसन बिछाकर उस पर बैठ जाएं। फिर कुबेर यंत्र को बाहर निकालें। सीधे हाथ में जल को भरकर कुबेर यंत्र पर अर्पित कर दें। फिर गंगाजल या कच्चे दूध से कुबेर यंत्र का अभिषेक करें और साथ में 11 या 21 बार 'ॐ श्रीं, ॐ ह्रीं श्रीं, ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय: नम:' मंत्र का जाप करें। मंत्र का जाप करने के बाद कुबेर जी को प्रणाम करें और अपनी आर्थिक समस्या के निवारण के लिए प्रर्थना करें। पूजा करने के बाद कुबेर यंत्र को मंदिर या तिजोरी में रख दें।
Kuber yantra rules कुबेर यंत्र नियम
कुबेर यंत्र स्वर्ण, ताम्रपत्र, भोजपत्र या अष्टधातु का होना चाहिए। कुबेर यंत्र को हमेशा मंदिर के पूर्व दिशा में मंगलवार या शनिवार के दिन स्थापित करना चाहिए। इसके अलावा दीपावली, विजयदशमी, धनतेरस और रविपुष्य नक्षत्र में भी इस यंत्र को स्थापित करना बहुत ही शुभ माना जाता है। कुबेर यंत्र को मंदिर या तिजोरी में रखने के बाद रोजाना इसकी पूजा करना न भूलें। जलाभिषेक कर रोजाना इस यंत्र का शुद्धिकरण जरूर करें।
वास्तु विद्वानों के अनुसार, उत्तर दिशा कुबेर की दिशा मानी गई है। इस दिशा से वास्तु दोष समाप्त करने के लिए घर की उत्तरी दीवार पर कुबेर यंत्र लगाना उत्तम विकल्प है।