Edited By Sarita Thapa,Updated: 06 Oct, 2025 08:47 AM

हिंदू धर्म में एकादशी का विशेष महत्व है और इनमें रमा एकादशी का स्थान बेहद पवित्र माना जाता है। रमा एकादशी हर साल कार्तिक मास में आती है और भक्त इस दिन उपवास, पूजा और ध्यान के माध्यम से अपनी आत्मा को शुद्ध करने का प्रयास करते हैं।
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Rama Ekadashi 2025 Date: हिंदू धर्म में एकादशी का विशेष महत्व है और इनमें रमा एकादशी का स्थान बेहद पवित्र माना जाता है। रमा एकादशी हर साल कार्तिक मास में आती है और भक्त इस दिन उपवास, पूजा और ध्यान के माध्यम से अपनी आत्मा को शुद्ध करने का प्रयास करते हैं। यह एकादशी भगवान विष्णु को समर्पित है। माना जाता है कि रमा एकादशी के दिन विष्णु जी की पूजा करने और मंत्रों का जाप करने से न केवल पापों का नाश होता है, बल्कि जीवन में सुख, समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा का संचार भी होता है। तो आइए जानते हैं रमा एकादशी के शुभ मुहूर्त और पूजा विधि के बारे में-

Rama Ekadashi Shubh Muhurat रमा एकादशी शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि की शुरुआत 16 अक्टूबर को सुबह 10 बजकर 35 मिनट पर शुरू होगी और इसका समापन 17 अक्टूबर को सुबह 11 बजकर 12 मिनट पर एकादशी तिथि का समापन होगा। इस प्रकार 17 अक्टूबर को रमा एकादशी मनाई जाएगी।

Rama Ekadashi Puja Vidhi रमा एकादशी पूजा विधि
रमा एकादशी के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ-सुथरे वस्त्र धारण करें।
इसके बाद घर के मंदिर की सफाई करें और गंगाजल का छिड़काव करने के बाद व्रत का संकल्प लें।
फिर एक चौकी पर भगवान विष्णु की मूर्ति या चित्र स्थापित करें।
अब विष्णु जी को पंचामृत, पीले फूल, तुलसी दल, धूप, दीप और नैवेद्य अर्पित करें।
उसके बाद विष्णु जी के मंत्रों और नामों का जाप करें।
अंत में भगवान विष्णु के समक्ष घी का दीपक जलाएं और आरती करें।
