Edited By Prachi Sharma,Updated: 27 May, 2025 03:00 PM

Rishikesh To Badrinath: हर साल श्रद्धालु बेसब्री से चारधाम यात्रा की शुरुआत का इंतज़ार करते हैं। जैसे ही यात्रा की तारीख घोषित होती है, लोग रजिस्ट्रेशन करवाने में जुट जाते हैं। इस वर्ष केदारनाथ धाम के कपाट 2 मई को और बद्रीनाथ धाम के कपाट 4 मई को...
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Rishikesh To Badrinath: हर साल श्रद्धालु बेसब्री से चारधाम यात्रा की शुरुआत का इंतज़ार करते हैं। जैसे ही यात्रा की तारीख घोषित होती है, लोग रजिस्ट्रेशन करवाने में जुट जाते हैं। इस वर्ष केदारनाथ धाम के कपाट 2 मई को और बद्रीनाथ धाम के कपाट 4 मई को श्रद्धालुओं के दर्शन हेतु खोल गए हैं। अगर आप भी आने वाले दिनों में ऋषिकेश से बद्रीनाथ तक सड़क मार्ग से यात्रा करने की योजना बना रहे हैं, तो हम आपके लिए इस रूट से जुड़ी जरूरी जानकारी और रास्ते में पड़ने वाली कुछ सुंदर और दर्शनीय जगहों का विवरण लेकर आए हैं, जिन्हें आप अपनी यात्रा के दौरान देख सकते हैं और अनुभव को और भी खास बना सकते हैं।
Places to visit in Rishikesh-Badrinath ऋषिकेश-बद्रीनाथ में पड़ने वाली जगहें
देवप्रयाग
ऋषिकेश से बद्रीनाथ की सड़क यात्रा के दौरान अगर किसी खास और पवित्र जगह की बात होती है, तो सबसे पहले नाम आता है देवप्रयाग का। हालांकि इससे पहले रास्ते में ब्यासी और कौडियाला जैसी शांत और खूबसूरत जगहें भी हैं, जहां थोड़ी देर रुक कर प्रकृति का आनंद लिया जा सकता है।
देवप्रयाग खासतौर पर उस पवित्र स्थल के रूप में जाना जाता है, जहां अलकनंदा और भागीरथी नदियां एक-दूसरे से मिलती हैं। इन दो नदियों के संगम के बाद ही पावन गंगा नदी का उद्गम होता है, जो इसे धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण बनाता है। यही कारण है कि यहां हर साल हजारों श्रद्धालु और पर्यटक दर्शन के लिए आते हैं।

रुद्रप्रयाग
ऋषिकेश से बद्रीनाथ की ओर बढ़ते हुए अगला प्रमुख पड़ाव होता है रुद्रप्रयाग। यह स्थान न केवल प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है बल्कि इसका धार्मिक महत्व भी काफी गहरा है। इसे अलकनंदा नदी के पांच प्रयागों में से एक माना जाता है। रुद्रप्रयाग उस स्थान के रूप में जाना जाता है जहां अलकनंदा और मंदाकिनी नदियों का संगम होता है, जो इसे विशेष आध्यात्मिक महत्व प्रदान करता है। यहां रुककर संगम का दर्शन करना एक शांत और दिव्य अनुभव होता है। रुद्रप्रयाग पहुंचने से पहले रास्ते में आप श्रीनगर भी देख सकते हैं, जो अपनी संस्कृति, बाजार और पहाड़ी दृश्यों के लिए जाना जाता है। यह जगह यात्रा के दौरान एक अच्छा ठहराव साबित हो सकती है।

कर्णप्रयाग
ऋषिकेश से बद्रीनाथ की सड़क यात्रा में अगला महत्वपूर्ण ठहराव होता है कर्णप्रयाग। यह जगह न सिर्फ यात्रा के दौरान आराम करने के लिए उपयुक्त है, बल्कि यहां की पहाड़ी सुंदरता और शांत वातावरण मन को भी सुकून देता है। उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित कर्णप्रयाग एक धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण स्थल है। इसे अलकनंदा और पिंडर नदियों के संगम स्थल के रूप में जाना जाता है। यही कारण है कि इसे पंच प्रयागों में एक खास स्थान प्राप्त है। यहां रुककर प्रकृति के बीच कुछ समय बिताना आपकी यात्रा को और भी यादगार बना सकता है।
