Edited By Prachi Sharma,Updated: 05 Sep, 2025 07:00 PM
Shadashtak Yoga 2025: मंगल और शनि के षटाष्टक योग को लेकर है। यह जो योग ज्योतिष के सबसे खराब योगों में से एक है। पाप ग्रहों का आपस में सिक्स से एक्सिस में आ जाना इसको षटष्टक बोलते हैं। शनि का राशि परिवर्तन इस साल 29 मार्च को हुआ था। उसके शनि और और...
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Shadashtak Yoga 2025: मंगल और शनि के षटाष्टक योग को लेकर है। यह जो योग ज्योतिष के सबसे खराब योगों में से एक है। पाप ग्रहों का आपस में सिक्स से एक्सिस में आ जाना इसको षटष्टक बोलते हैं। शनि का राशि परिवर्तन इस साल 29 मार्च को हुआ था। उसके शनि और और शनि मीन राशि में गोचर कर रहे हैं। उसके कुछ दो महीने के बाद लगभग 7 जून के आसपास मंगल का गोचर होता है सिंह राशि में और मीन राशि में गोचर कर रहे शनि के साथ मंगल आ जाते हैं षटाष्टक में। यह योग बनने के यह 7 जून को बना था। यह योग बनने के एक हफ्ते के अंदर इजराइल ईरान के ऊपर अटैक कर देता है और वहां पर 12 दिन तक वो लड़ाई चलती है। बाद में अमेरिका भी हमला करता है और उसके जो परमाणु ठिकाने हैं उसको तबाह करने का दावा किया जाता है। उसके बाद अमेरिका ही आपस में समझौता भी करवाता है दोनों का और दोनों में शांति भी होती है लेकिन एक बार यह जंग लग जाती है। अब मंगल आगे बढ़ते हैं, मंगल इस समय कन्या राशि में है। मंगल और शनि सामने समसप्तक में है लेकिन मंगल आगे अब निकलेंगे 13 सितंबर को तुला राशि में जाएंगे। अब तुला राशि में जाएंगे तो यह यहां पर रहेंगे 27 अक्टूबर तक। मंगल का गोचर लगभग 45 दिन का होता है। यह लगभग 45 दिन का ही पीरियड है। यदि हम इसको काउंट करेंगे तो 45 दिन के आसपास का ही पीरियड होगा। तो ये एक बार फिर षटष्टक में आ जाएंगे। पाप ग्रह एक बार फिर षटष्टक में आ जाएंगे। तो यह षटष्टक वैश्विक स्थिति के लिहाज से अच्छा नहीं है। तो अब यहां पर क्या दिक्कत हो सकती है ? ईरान हो सकता है एक बार फिर टारगेट पे आ जाए। वृश्चिक राशि ईरान की प्रभाव राशि है। पहले भी ईरान पर पीड़ित हुआ था। आगे बात करेंगे कि कौन सी राशियों को थोड़ा सा सावधान रहने की जरूरत होगी। अब मंगल जब तुला राशि के से गोचर करेंगे तो राशि के स्वामी हैं वृश्चिक राशि के। वृश्चिक राशि के स्वामी का 12 चले जाना अच्छा नहीं है। एक तो शनि से षटष्टक में चले जाना और 12 चले जाना। 12 खर्चे का भाव, हॉस्पिटल का भाव, जेल यात्रा, विदेश का भाव होता है। तो विदेश से संबंधित जिनका काम है उनको थोड़ा सा सावधान रहना पड़ेगा क्योंकि मंगल शनि षटष्टक में आ जाएंगे। यह स्थिति अच्छी नहीं है। यहां पर आपको थोड़ा सा सावधान जरूर रहना पड़ेगा इस षटष्टक के कारण ताकि दिक्कत ना आए आपको क्योंकि तुला राशि में है 12 में है और 12वा खर्चे का भाव है। यहां से मंगल फोर्थ दृष्टि से तीसरे भाव को देखेंगे। भाई के साथ मनमुटाव हो सकता है, यहां थोड़ा सावधान रहना पड़ेगा। जो है वह स्थिति ज्यादा अच्छी नजर नहीं आती। यह स्थिति थोड़ी सी गड़बड़ हो सकती है।
वृषभ राशि: वृषभ राशि के जातकों के लिए मंगल छठे भाव में गोचर करेंगे और छठे का गोचर मंगल का अच्छा होता है। यदि आपके ऊपर कोई कोर्ट केस चल रहा है तो यहां पर आपको राहत मिल सकती है। कर्ज वाली स्थिति है वहां पर राहत मिल सकती है और यदि आपको कोई रोग है या कोई प्रॉब्लम है, फिजिकल समस्या आ रही है तो वहां पर आपको राहत मिल सकती है। यह स्थिति आपके लिए थोड़ी सी बेटर हो सकती है। यह रहेगा आपको छठे के गोचर का प्रभाव। जब मंगल छठे भाव में गोचर करेंगे। यह वृश्चिक यह वृषभ राशि के जातकों के लिए होगा। अब मंगल 11वें भाव में किसके लिए गोचर करेंगे ? धनु राशि के जातक जो है वह 30 से 40 उम्र के जिनका मघा नक्षत्र में सॉरी मूला नक्षत्र में जन्म हुआ है वो भी इस समय मंगल की दशा से गुजर रहे हैं। तो मंगल दशानन होने के साथ-साथ जो धनु राशि है उसके लिए पंचम स्थान के स्वामी भी हो जाते हैं क्योंकि पंचम स्थान में मंगल की मूल मूल त्रिकोण राशि आ जाती है मेष। यहां पर पंचम के फल अच्छे कर जाएंगे। संतान पक्ष से अच्छी खबर आ सकती है। 11वें भाव के अच्छे फल कर जाएंगे। 11वां भाव आपके लिए आय का भाव, एलिवेशन, तरक्की का भाव होता है। तो यह राशियां हैं जिनको इसका अच्छा फल भी देखने को मिलेगा। लेकिन दो राशियों को खासतौर पर इस षटष्टक से सावधान रहना पड़ेगा।
सिंह राशि: सिंह राशि के बहुत से ऐसे जातक हैं जिनकी उम्र खास तौर पर 30 से 40 साल की है। उनके ऊपर इस समय मंगल की ही महादशा चल रही है। तो दशानाथ का तीसरे भाव में आ जाना, पराक्रम वाले भाव में आ जाना निश्चित तौर पर पराक्रम में वृद्धि करेगा। सिंह राशि के जातकों के लिए मंगल भाग्य स्थान के स्वामी होते हैं। मंगल योगाकारक हो जाते हैं। मंगल चौथे भाव के भी स्वामी हो जाते हैं। चौथा केंद्र का भाव होता है और नौवां आपका भाग्य का भाव होता है। तो यह केंद्र और त्रिकोण के स्वामी होने के कारण शुभ हो जाते हैं। तो योगाकारक ग्रह उसकी महादशा और वही ग्रह आपका अच्छे गोचर में आ गया तो निश्चित तौर पर यह आपको थोड़ा सा फायदा देकर जाएगा। लेकिन यह जरूर ध्यान रखिए कि किसी की भी लीगल या फाइनेंसियल गारंटी ना लीजिए क्योंकि मंगल जो कि छठे को देख रहा है छठे का कारक भी होता है वो शनि के साथ शटाष्टक में है। लीगल या फाइनेंसियल गारंटी लेंगे तो आप फंस जाएंगे। यह स्थिति आपके लिए थोड़ी सी अच्छी नहीं है। यहां पर थोड़ा सा संभलकर चलना पड़ेगा।
मीन राशि: मीन राशि के ऊपर से वैसे ही शनि गोचर कर रहे हैं, वहां से अष्टम मंगल आ जाएंगे।13 सितंबर से लेकर 27 अक्टूबर के बीच ड्राइविंग स्लो करेंगे क्योंकि मंगल जिस भाव में गोचर कर रहे हैं, वह दुर्घटना का भाव है। वह सडन लॉस का भाव है। अचानक हानि हो जाती है उससे। ऑलरेडी शनि की साढ़ेसाती का दूसरा फेस चल रहा है। मंगल यदि यहां पर आ जाएंगे अष्टम भाव में सीधी दृष्टि से आपके दूसरे भाव को प्रभावित करेंगे तो यह स्थिति अच्छी नहीं है। यहां पर थोड़ा सा जरूर सावधान रहना चाहिए। मीन राशि को और आपके तुला वृश्चिक राशि को यह स्थिति अच्छी नहीं है। अष्टम सीक्रेसी का भाव होता है। मीन राशि के जातक अपने पासवर्ड वगैरह जरूर सिक्योर करें। चाहे आपके सोशल मीडिया के पासवर्ड हैं, आपके फाइनशियल्स पासवर्ड है, Paytm का है, Google का है, ट्रेडिंग एप का पासवर्ड है, कुछ भी है। इसको थोड़ा सा जरूर चेंज कर लीजिएगा। इस अवधि के दौरान क्योंकि सीक्रेसी में सेंध लग सकती है और सीक्रेसी में सेंध के कारण फाइनेंसियल नुकसान होने का खतरा ज्यादा है क्योंकि मंगल की दृष्टि आपके दूसरे भाव के ऊपर है और दूसरे भाव से 12वें भाव में आपके शनि गोचर कर रहे हैं। यह स्थिति अच्छी नहीं है। तो, यहां पर यह दो राशियां खासतौर पर जिनको थोड़ा सा सावधान रहना पड़ेगा। अब जिनके लिए यह थोड़ा सा फायदेमंद हो सकता है उसकी भी थोड़ी सी बात कर लें क्योंकि मंगल का गोचर 3,6,11 से अच्छा होता है और यदि मंगल आपके सप्तम में गोचर करेंगे तो सिंह राशि के जातकों के लिए अच्छे हो जाएंगे। तुला राशि में गोचर करेंगे तो सिंह राशि के जातकों के लिए अच्छे हो जाएंगे।
वैश्विक स्थिति के लिए तो चीजें गड़बड़ है ही हैं। लेकिन जिनके लिए अष्टम में गोचर करेंगे मंगल जिनके लिए 12 में गोचर करेंगे। मंगल उनके लिए तो निश्चित तौर पर खराब हो ही जाएंगे। तुला राशि वाले जातकों को गुस्सा ज्यादा आ सकता है, थोड़ा सा टेंपरामेंट अपना कंट्रोल रखिएगा, डार्क कपड़े मत पहनिएगा।
नरेश कुमार
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