Edited By Sarita Thapa,Updated: 25 Aug, 2025 07:34 AM

अमृतसर (दीपक, सर्बजीत) श्री गुरुग्रंथ साहिब जी के प्रथम प्रकाशोत्सव पर आज बड़ी संख्या में श्रद्धालु श्री हरिमंदिर साहिब और गुरुद्वारा श्री रामसर साहिब में नतमस्तक हुए।
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अमृतसर (दीपक, सर्बजीत) श्री गुरुग्रंथ साहिब जी के प्रथम प्रकाशोत्सव पर आज बड़ी संख्या में श्रद्धालु श्री हरिमंदिर साहिब और गुरुद्वारा श्री रामसर साहिब में नतमस्तक हुए। श्रद्धालुओं ने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा आयोजित गुरमति समारोह में भाग लिया और गुरबाणी कीर्तन का आनंद लिया।
गुरुद्वारा श्री रामसर साहिब में श्री अखंड पाठ साहिब के भोग के बाद सिख परम्परा के अनुसार श्री हरिमंदिर साहिब तक नगर कीर्तन निकाला गया। नगर कीर्तन के प्रस्थान के समय श्री हरिमंदिर साहिब के मुख्य ग्रंथी ज्ञानी रघबीर सिंह, एस.जी.पी.सी. के प्रधान एडवोकेट हरजिन्द्र सिंह धामी व श्री अकाल तख्त साहिब के कार्यकारी जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गड़गज्ज ने पांच प्यारों, निशानची को सिरोपा देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में संगत एवं पंथक हस्तियां उपस्थित थीं। ज्ञानी रघबीर सिंह ने कहा कि श्री गुरुग्रंथ साहिब जी की बाणी एक सिख के जीवन का आधार है। प्रत्येक सिख का कर्त्तव्य है कि वह गुरबाणी के दिखाए मार्ग पर चलते हुए अपना जीवन व्यतीत करे। उन्होंने संगत को श्री गुरुग्रंथ साहिब जी की पवित्र गुरबाणी को अपने जीवन में समाहित करके गुरमति के अनुसार जीवन जीने के लिए प्रेरित किया।
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान एडवोकेट हरजिन्द्र सिंह धामी ने कहा कि गुरबाणी मनुष्य को जीवन का मार्ग दिखाती है और प्रत्येक प्राणी के जीवन को सुखमय बनाने का एक महत्वपूर्ण मार्ग है। धामी ने संगत को गुरबाणी नितनेम से जुड़ने के लिए प्रेरित किया। नगर कीर्तन के दौरान सिख युवाओं ने गतका और शबदी जत्थों ने शबद गायन कर अपनी श्रद्धा व्यक्त की। इस दौरान रास्ते में श्रद्धालुओं द्वारा विभिन्न व्यंजनों के लंगर लगाए गए। इस अवसर पर शिरोमणि कमेटी के सदस्य गुरिंदरपाल सिंह गोरा, अमरजीत सिंह भलाईपुर, रघुबीर सिंह सहारनमाजरा, अमरजीत सिंह बंडाला, भाई मंजीत सिंह, शिरोमणि कमेटी के सचिव प्रताप सिंह, विभिन्न सभा कमेटियों के प्रतिनिधि व श्रद्धालु उपस्थित थे।