Edited By Anu Malhotra,Updated: 17 Dec, 2025 03:46 PM

हैदराबाद के चंदा नगर से एक ऐसा दर्दनाक मामला सामने आया है जिसने हर किसी को हिलाकर रख दिया। मात्र 9 साल का छोटा बच्चा, चौथी कक्षा में पढ़ने वाला प्रशांत, मंगलवार शाम स्कूल से लौटते ही अपने घर में ही अपनी जीवन लीला समाप्त कर बैठा।
नेशनल डेस्क: हैदराबाद के चंदा नगर से एक ऐसा दर्दनाक मामला सामने आया है जिसने हर किसी को हिलाकर रख दिया। मात्र 9 साल का छोटा बच्चा, चौथी कक्षा में पढ़ने वाला प्रशांत, मंगलवार शाम स्कूल से लौटते ही अपने घर में ही अपनी जीवन लीला समाप्त कर बैठा। प्रशांत ने घर आते ही न तो अपनी स्कूल यूनिफॉर्म उतारी और न ही बैग रखा। सीधे वॉशरूम में गया और अपने स्कूल ID कार्ड की डोरी से फंदा लगाकर यह कदम उठा लिया। जब वह काफी देर तक बाहर नहीं आया, तो परिवार ने दरवाजा तोड़कर देखा। वहां का दृश्य देखकर परिवार के सभी सदस्य सदमे में आ गए। छोटा सा बच्चा, जो कुछ ही घंटे पहले स्कूल में खिलखिलाता हुआ था, अब फंदे से लटका हुआ था। उसे तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
प्रशांत एक निजी स्कूल में पढ़ता था और उसके पिता शंकर ने बताया कि वह बहुत ही सक्रिय और खुशमिजाज बच्चा था। घर में किसी से कोई समस्या नहीं थी। लेकिन उस दिन वह बिना किसी से बात किए वॉशरूम चला गया। उसने ID कार्ड की डोरी को बाइंडिंग वायर से जोड़कर यह दर्दनाक कदम उठाया। परिवार के लिए यह सदमा इतना बड़ा है कि वे इसे अभी तक समझ भी नहीं पा रहे। एक जीवंत और खुशमिजाज बच्चा, जो सुबह स्कूल गया था, शाम को हमेशा के लिए चला गया। उसकी मासूम आँखें अब बंद हो चुकी हैं और घर में सिर्फ सन्नाटा रह गया है।
पुलिस कर रही जांच, कारण अभी भी अज्ञात
पुलिस ने इस संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के मामले में जांच शुरू कर दी है। चंदा नगर पुलिस स्टेशन में मामले की छानबीन की जा रही है। प्रशांत के माता-पिता के बयान दर्ज किए गए हैं। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि बच्चे ने यह कदम क्यों उठाया। क्या स्कूल में कोई दबाव था? क्या कोई गुप्त पीड़ा थी जिसे उसने किसी से साझा नहीं किया? ये सवाल परिवार को भीतर ही भीतर परेशान कर रहे हैं। शव का पोस्टमार्टम कराया गया और इसके बाद पार्थिव शरीर को पैतृक गांव ले जाकर अंतिम संस्कार किया गया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि प्रशांत स्कूल में अपने सहपाठियों द्वारा बार-बार चिढ़ाए जाने के कारण मानसिक तनाव में था। विशेषकर उसे इस बात पर लगातार चिढ़ाया जाता था कि उसने अपनी स्कूल यूनिफॉर्म सही से नहीं पहनी। इस छोटी-सी बात ने नन्हे बच्चे के लिए कितनी बड़ी पीड़ा पैदा कर दी, यह इस दुखद घटना से स्पष्ट है।