Edited By Niyati Bhandari,Updated: 19 Aug, 2023 08:20 AM
चेन्नई (प.स.) : तमिलनाडु के कल्लाकुरिची जिले के थाचूर गांव में पल्लव युग के बाद के मंदिर से चोरी भगवान मुरुगन की एक प्रतिमा का 23 वर्ष बाद अमरीका में पता लगाया गया। राज्य
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चेन्नई (प.स.) : तमिलनाडु के कल्लाकुरिची जिले के थाचूर गांव में पल्लव युग के बाद के मंदिर से चोरी भगवान मुरुगन की एक प्रतिमा का 23 वर्ष बाद अमरीका में पता लगाया गया। राज्य के अपराध जांच विभाग (सी.आई.डी.) की प्रतिमा शाखा के पुलिस महानिदेशक शैलेश कुमार यादव ने यह जानकारी दी। पुलिस ने अमरीका की होमलैंड सिक्योरिटी इंवैस्टीगेशंस (एच.एस.आई.) के पास उपलब्ध प्रतिमाओं की एक सूची से इसकी पुष्टि हुई है।
थाचूर गांव के पेरियासामी उदईयार ने 3 अगस्त को पुलिस की प्रतिमा शाखा में शिकायत करते हुए दावा किया था कि थाचूर गांव में सातवीं या आठवीं शताब्दी यानी पल्लव युग के बाद के मंदिर से वर्ष 2000 में भगवान मुरुगन की प्रतिमा को चुरा लिया गया था। उन्होंने आरोप लगाया कि मंदिर को मलिक काफूर और मुगल राजाओं द्वारा किए गए विदेशी आक्रमणों में नष्ट कर दिया गया था पर बाद में इसका पुनरुद्धार किया गया। मंदिर में देवताओं की 13 पत्थर की प्रतिमाएं थीं और श्रद्धालुओं ने वर्ष 1998 से उनकी पूजा करना शुरू कर दिया था।