Edited By Niyati Bhandari,Updated: 03 Sep, 2020 07:33 AM
आज 3 सितंबर गुरुवार को दूसरा श्राद्ध मनाया जाएगा। द्वितया तिथि का विधिवत श्राद्ध करने से जाने-अनजाने में किए हुए पापों से मुक्ति मिलती है, व्यक्ति के अशांत मन को शांति मिलती है
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Pitru paksha 2020: आज 3 सितंबर गुरुवार को दूसरा श्राद्ध मनाया जाएगा। द्वितया तिथि का विधिवत श्राद्ध करने से जाने-अनजाने में किए हुए पापों से मुक्ति मिलती है, व्यक्ति के अशांत मन को शांति मिलती है तथा व्यापार में निरंतर चल रहे घाटे पर अंकुश लगता है।
श्राद्ध विधि: पितृगण के निमित्त गौघृत का दीप करें, सुगंधित धूप करें, पीपल का पत्ता, हरिद्रा व पीत चंदन और केले चढ़ाएं। पूड़ी, केसर की खीर व सात्विक सब्जी का भोग लगाएं। पितरों के निमित्त नारायण का ध्यान करते हुए भागवत गीता के दूसरे अध्याय का पाठ करें व उनके निमित्त इस विशेष पितृ मंत्र का यथासंभव जाप करें। निमंत्रित ब्राह्मणों का सत्कार कर भोजन करवाएं। पीतल का पात्र, पीला वस्त्र व उचित दक्षिणा देकर आशीर्वाद लें।
पितु निमित्त विशेष मंत्र: ॐ नारायणाय नमः॥
गुडलक के लिए करें ये काम
बादामी रंग के कपड़े पहनें।
पूर्व दिशा की यात्रा करें।
मानसिक शांति के लिए धार्मिक व्यक्ति को मौसम्बी दान करें।
अच्छी सेहत के लिए किसी साधू-संन्यासी को बेसन दान करें।
घर में बरकत हेतु दंपति लाल कपड़े में सोना बांधकर तिजोरी मे रखें।
गुडलक मंत्र: ॐ पीताम्बरधराय नमः॥