Edited By Niyati Bhandari,Updated: 29 May, 2025 03:00 PM

Jyeshtha Vinayak Chaturthi 2025: हिंदू माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणपति बप्पा के निमित्त विनायकी या विनायक चतुर्थी व्रत करने का विधान है। इस दिन खुद को पवित्र रखकर व्रत का पालन करना चाहिए। व्रत एक प्रकार की शक्ति है, जिसके बल से इंद्रियों...
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Jyeshtha Vinayak Chaturthi 2025: हिंदू माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को गणपति बप्पा के निमित्त विनायकी या विनायक चतुर्थी व्रत करने का विधान है। इस दिन खुद को पवित्र रखकर व्रत का पालन करना चाहिए। व्रत एक प्रकार की शक्ति है, जिसके बल से इंद्रियों को कंट्रोल किया जा सकता है और रोगों को दूर कर सेहतमंद रहा जा सकता है। गणेश चतुर्थी का व्रत करने से रिद्धि-सिद्धि और समृद्धि हासिल की जा सकती है। ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि 30 मई शुक्रवार को गणेश चतुर्थी व्रत है। चतुर्थी तिथि का आरंभ 29 मई को रात 11:18 पर होगा और समापन 30 मई की रात 09:22 को हो जाएगा।

Vinayak Chaturthi puja Vidhi विनायक चतुर्थी पूजा विधि
गणेश जी का पूजन सर्वदा पूर्वमुखी या उत्तरमुखी होकर करें। सफेद आक, लाल चंदन, चांदी या मूंगे की स्वयं के अंगूठे के आकार जितनी निर्मित प्राण प्रतिष्ठित मूर्ति शुभ होती है। साधारण पूजा के लिए पूजन सामग्री में गंध, कुंकुम, जल, दीपक, पुष्प, माला, दूर्वा, अक्षत, सिंदूर, मोदक, पान लें।

ब्रह्यवैवर्तपुराण के अनुसार गणेश जी को तुलसी पत्र निषिद्व है। सिंदूर का चोला चढ़ा कर चांदी का वर्क लगाएं और गणेश जी का आह्वान करें।
गजाननं भूतगणांदिसेवितं
कपित्थजम्बूफल चारुभक्षणम्।
उमासूतं शोकविनाशकारकं
नमामि विघ्नेश्वर पादपंकजम्।

गणेश संकट स्तोत्र का पाठ कर आरती करें।

Do this work for success on Vinayak Chaturthi विनायक चतुर्थी पर कार्य सिद्धि हेतु करें ये काम
गजानन की नियमित विधि-विधान से पूजा करके लड्डूओं के साथ ऊँ मोदक प्रियाय नम: मंत्र के जाप करने से मनोवांछित कार्यों में सिद्धि प्राप्त होती है।
