Edited By Tanuja,Updated: 17 Jul, 2025 03:10 PM

बांग्लादेश के गोपालगंज जिले में फिर से हिंसा की आग भड़क उठी है। बुधवार को शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग और नेशनल सिटिजन पार्टी** के कार्यकर्ताओं के बीच जोरदार ...
International Desk: बांग्लादेश के गोपालगंज जिले में फिर से हिंसा की आग भड़क उठी है। बुधवार को शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग और नेशनल सिटिजन पार्टी के कार्यकर्ताओं के बीच जोरदार झड़पें हुईं, जिसमें अब तक 4 लोगों की मौत हो चुकी है और दर्जनों लोग घायल हैं। सबसे अहम बात यह है कि यह इलाका शेख हसीना का गृह जनपद माना जाता है यहीं उनके पिता शेख मुजीब-उर-रहमान का जन्म हुआ था। सूत्रों की मानें तो हिंसा में 10 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है लेकिन युनुस सरकार नै अपनी नाकीमू छुपाने के लिए आधिकारिक तौर पर सिर्फ 4 की ही मौत की पुष्टि की है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, नेशनल सिटिजन पार्टी की रैली को रोकने के लिए अवामी लीग के कार्यकर्ताओं ने रास्तों में पेड़ काटकर डाल दिए और हथियारों के साथ घेराबंदी की। कई सरकारी वाहनों में आग भी लगा दी गई। आरोप है कि इसके बाद रैली स्थल पर भी हमला किया गया।
झड़पों के दौरान सुरक्षाबलों की ओर से भी गोलीबारी हुई। चश्मदीदों ने दावा किया कि सुरक्षाबलों की फायरिंग में ही दो लोग मारे गए। मरने वालों में दीप्तो साहा नाम का युवक भी शामिल है, जिसके परिवार का दावा है कि वह किसी भी दल से जुड़ा नहीं था और दुकान लौटते वक्त उसे गोली मार दी गई।

स्थिति बिगड़ने पर पूरे जिले में कर्फ्यू लागू कर दिया गया है और स्कूलों की परीक्षाएं भी स्थगित कर दी गई हैं। स्थानीय प्रशासन के मुताबिक घायलों का इलाज जारी है। यह घटना ऐसे वक्त में हुई है, जब शेख हसीना पहले से ही विपक्ष के दबाव और राजनीतिक अस्थिरता का सामना कर रही हैं। उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग और तेज हो सकती है।