Edited By Rohini Oberoi,Updated: 01 Oct, 2025 10:44 AM

फिलीपींस में आए शक्तिशाली भूकंप ने हर तरफ भारी तबाही मचा दी है जिससे लोगों में गहरे डर का माहौल है। भूकंप के झटके इतने ज़ोरदार थे कि कई इमारतें ढह गईं घरों और बिल्डिंगों में बड़ी दरारें आ गईं और कई इलाकों में बिजली गुल हो गई। लोग अपनी जान बचाने के लिए...
इंटरनेशनल डेस्क। फिलीपींस में आए शक्तिशाली भूकंप ने हर तरफ भारी तबाही मचा दी है जिससे लोगों में गहरे डर का माहौल है। भूकंप के झटके इतने ज़ोरदार थे कि कई इमारतें ढह गईं घरों और बिल्डिंगों में बड़ी दरारें आ गईं और कई इलाकों में बिजली गुल हो गई। लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागते नज़र आए। सोशल मीडिया पर वायरल हुए डरावने वीडियो में दिखाया गया कि कैसे रैंप पर वॉक कर रहीं मॉडल भी ज़ोरदार झटकों से उछलकर गिर पड़ीं।
ऐतिहासिक चर्च का गुंबद ढहा
भूकंप के बाद सबसे ज़्यादा दिल दहलाने वाला एक वीडियो सेबू प्रांत के टायन शहर से वायरल हुआ है जहां का ऐतिहासिक सेंट पीटर द एपोस्टल पैरिश चर्च पूरी तरह से ढह गया। वीडियो में देखा जा सकता है कि भूकंप आने पर चर्च में लगी लाइटें तेज़-तेज़ टिमटिमाने लगती हैं जिसके बाद लोग घबराकर भागने लगते हैं। इसके तुरंत बाद चर्च का विशाल गुंबद टूटकर नीचे गिर जाता है और हर तरफ मलबा फैल जाता है। चर्च में प्रार्थना करने आए 25 वर्षीय मार्थम पैकिलन ने इस विनाशकारी घटना को अपने कैमरे में रिकॉर्ड किया। इसके अलावा एक और वायरल वीडियो में रैंप वॉक कर रही मॉडल को गिरते हुए साफ देखा जा सकता है जबकि कई अन्य फुटेज में घरों की चीज़ें बुरी तरह हिलती नज़र आईं।
फिलीपींस में क्यों आते हैं इतने खतरनाक भूकंप?
फिलीपींस की धरती के लगातार काँपने के पीछे एक बड़ा वैज्ञानिक कारण है। यह देश प्रशांत महासागर के 'रिंग ऑफ फायर' पर स्थित है जो दुनिया के सबसे सक्रिय भूकंपीय क्षेत्रों में से एक है। इस जगह पर तीन बड़ी टेक्टोनिक प्लेटें— फिलीपींस सागर प्लेट, यूरेशियन प्लेट, और प्रशांत प्लेट — आपस में मिलती हैं। जब ये तीनों प्लेटें खिसकती हैं और आपस में टकराती हैं तो ज़बरदस्त ऊर्जा वाली तरंगें पैदा होती हैं जिससे फिलीपींस की पूरी धरती हिल जाती है।
चूंकि फिलीपींस 7000 से ज़्यादा द्वीपों से बना है यहां कई ज्वालामुखी और समुद्री खाइयां (जैसे मनीला ट्रेंच और ईस्ट लुजोन ट्रेंच) हैं। यही कारण है कि यहां अक्सर भूकंप आने के बाद सुनामी या ज्वालामुखी फटने का खतरा पैदा हो जाता है। फिलीपींस में ज़्यादातर भूकंप 10 से 30 किलोमीटर की उथली गहराई में आते हैं जो अक्सर बड़े विनाश का कारण बनते हैं।
वैज्ञानिकों के अनुसार चल रही है 'सबडक्शन' की प्रक्रिया
वैज्ञानिकों का कहना है कि फिलीपींस सागर की प्लेटें लगातार पश्चिम दिशा में यूरेशियन प्लेट के नीचे धंस रही हैं। इस प्रक्रिया को सबडक्शन कहते हैं। इस धंसाव के कारण धरती की सतह पर भारी दबाव बनता है। सेबू और लेयते जैसे कई शहर सेंट्रल विसायास फॉल्ट लाइन के सक्रिय क्षेत्रों पर स्थित हैं जहां प्लेटें मिलती हैं। जब प्लेटें टकराती हैं तो सबसे ज़्यादा ऊर्जा इन्हीं क्षेत्रों में निकलती है। इसी वजह से फिलीपींस में हर साल दर्जनों भूकंप आते हैं। फिलीपींस इंस्टीट्यूट ऑफ वोल्कैनोलॉजी एंड सिस्मोलॉजी (PHIVOLCS) के अनुसार फिलीपींस में हर दिन औसतन करीब 20 भूकंप आते हैं जिनमें से केवल कुछ ही महसूस हो पाते हैं।