Edited By Tanuja,Updated: 11 May, 2021 05:56 PM
दुनियाभर में कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण मौतों का सिलसिला लगातार जारी है। पिछले साल संयुक्त राज्य अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में वायरस ने जमकर कहर मचाया जिस कारण बड़ी संख्या ...
लॉस एंजलिसः दुनियाभर में कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण मौतों का सिलसिला लगातार जारी है। पिछले साल संयुक्त राज्य अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में वायरस ने जमकर कहर मचाया जिस कारण बड़ी संख्या में लोगों ने यहां जान गंवाई। जो हालात इस समय भारत में हैं वैसे ही पिछले साल न्यूयार्क में थे। यहां तब हालात ऐसे बन गए थे कि मरने वालों को दफनाने के लिए कब्रिस्तानों में जमीन की कमी पड़ गई। ऐसे में न्यूयॉर्क प्रशासन ने इस घातक बीमारी से मृत लोगों के शवों को रेफ्रिजरेटेड ट्रकों में रखना शुरू कर दिया। दुर्भाग्य से एक साल बाद भी इन रेफ्रिजरेटेड ट्रकों में रखे शव आज भी दफन होने का इंतजार कर रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार एक नगर परिषद स्वास्थ्य समिति ने पिछले हफ्ते स्वीकार किया कि ब्रुकलिन वॉटरफ्रंट के किनारे पार्क किए गए ट्रकों के अंदर कोरोना संक्रमण से मरने वाले लोगों के करीब 750 शव रखे हुए हैं। अधिकारी अब इन शवों की संख्या को कम करने की कोशिश कर रहे हैं। अधिकांश शवों के हार्ट आइलैंड में दफन करने की योजना बनाई जा रही है। हार्ट आइलैंड एक कब्रिस्तान है जो कि एक मील लंबा है। इसे संयुक्त राज्य अमेरिका में सबसे बड़ा सामूहिक कब्रिस्तान कहा जाता है। इसका इस्तेमाल वर्षों से शहर के गरीबों और लावारिस शवों को दफनाने के लिए किया जा रहा है।
मेडिकल परीक्षक कार्यालय के कार्यकारी डिप्टी कमिश्नर दीना मनियोटिस ने कथित तौर पर स्वास्थ्य समिति को बताया कि उनका कार्यालय कोविड-19 बीमारी से मरने वालों के परिवारों से संपर्क करने की कोशिश कर रहा है। उनके परिवारों से अनुमति मिलते ही इन शवों को हार्ट आईलैंड में दफनाने का काम शुरू हो जाएगा।