Edited By Tanuja,Updated: 21 Dec, 2025 12:19 PM

तोशाखाना-II भ्रष्टाचार मामले में इमरान खान और बुशरा बीबी को 17 साल की सजा मिलने के बाद पाकिस्तान की राजनीति गरमा गई है। इमरान खान ने फैसले को असंवैधानिक बताते हुए देशव्यापी विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया और इस्लामाबाद हाईकोर्ट में चुनौती देने की...
Islamabad: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने तोशाखाना-II भ्रष्टाचार मामले में खुद और पत्नी बुशरा बीबी को 17-17 साल की सजा सुनाए जाने के बाद देशव्यापी विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है। साथ ही उन्होंने इस फैसले को इस्लामाबाद हाईकोर्ट में चुनौती देने का ऐलान किया है। डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, जेल में बंद इमरान खान ने यह संदेश अपने कानूनी सलाहकारों के माध्यम से बाहर भेजा। सोशल मीडिया तक पहुंच न होने के कारण, उनके वकील ने एक्स (X) पर बातचीत का विवरण साझा किया। इमरान खान ने खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री सोहेल अफरीदी को निर्देश दिया है कि वह जन आंदोलन की तैयारी शुरू करें।
इमरान खान ने कहा, “मैंने सोहेल अफरीदी को सड़कों पर उतरने की तैयारी करने का संदेश दिया है। पूरे देश को अपने अधिकारों के लिए उठ खड़ा होना होगा।”इमरान खान ने कहा कि यह फैसला उनके लिए कोई हैरानी की बात नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि जज ने बिना सबूत, बिना कानूनी प्रक्रिया पूरी किए और बचाव पक्ष को सुने बिना जल्दबाज़ी में फैसला सुनाया। उन्होंने कहा, “पिछले तीन वर्षों के निराधार फैसलों की तरह यह फैसला भी राजनीतिक प्रतिशोध का हिस्सा है।”
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) ने आधिकारिक बयान में इस फैसले को “असंवैधानिक, अवैध, दुर्भावनापूर्ण और राजनीतिक बदले की सबसे घिनौनी मिसाल” करार दिया। PTI नेताओं का आरोप है कि यह सजा सिर्फ इमरान खान को लंबे समय तक जेल में रखने और सत्ताधारी वर्ग पर दबाव कम करने के लिए दी गई है। पार्टी ने न्यायपालिका को “अधीनस्थ” बताते हुए कहा कि इससे देश में कानून का राज कमजोर हो रहा है।‘ प्रेस कॉन्फ्रेंस में PTI महासचिव सलमान अकरम राजा ने बताया कि अदालत में इमरान खान ने अपने मुख्य वकील बैरिस्टर सलमान सफदर से मुलाकात की और राष्ट्र के लिए संदेश दिया- “मैं डटा हुआ हूं, अडिग हूं और किसी भी कीमत पर माफी नहीं मांगूंगा।”
उन्होंने दावा किया कि मामला सिर्फ प्रॉमिसरी नोट्स पर आधारित है और कोई ठोस सबूत या गवाह मौजूद नहीं है। लाहौर और पेशावर में आम नागरिकों और पत्रकारों ने बी फैसले पर गंभीर सवाल उठाए हैं। लाहौर निवासी हामिद रियाज़ डोगर ने कहा कि जनता का अब अदालतों पर से भरोसा उठ चुका है।एक अन्य नागरिक ज़की उल्लाह मुजाहिद ने कहा कि यह फैसला पाकिस्तान के लोकतंत्र और संस्थाओं में जनता के विश्वास को और कमजोर करता है।
क्या है तोशाखाना-II मामला?
यह मामला सऊदी क्राउन प्रिंस से मिले 71 मिलियन पाकिस्तानी रुपये से अधिक कीमत के बुल्गारी ज्वैलरी सेट को कम कीमत पर दिखाने से जुड़ा है। इमरान खान और बुशरा बीबी को आपराधिक विश्वासघात और भ्रष्टाचार से संबंधित धाराओं के तहत दोषी ठहराया गया है। इस फैसले के बाद पाकिस्तान में राजनीतिक उथल-पुथल और संभावित जन आंदोलन के संकेत साफ दिखाई दे रहे हैं।