Edited By Tanuja,Updated: 09 Dec, 2025 05:21 PM

ब्रिटेन में दो 17 वर्षीय अफगान शरणार्थियों को 15 वर्षीय लड़की से दुष्कर्म के दोष में लंबी सज़ा हुई। घटना के दौरान पीड़िता ने वीडियो रिकॉर्ड किया था। हाल में ऐसे मामलों के बढ़ने से शरणार्थियों से जुड़े अपराध राजनीतिक मुद्दा बन गए हैं और प्रवासियों पर...
London: ब्रिटेन में आश्रय-प्रार्थियों द्वारा किए जा रहे अपराध हाल के महीनों में एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बन गए हैं। इसी बीच, दो अफगान नाबालिगों को इंग्लैंड के लीमिंगटन स्पा में 15 साल की लड़की के साथ दुष्कर्म करने के आरोप में लंबी सज़ा सुनाई गई है। दोनों आरोपी जान जहानज़ैब और इसरार नियाज़ल, दोनों 17 वर्ष पिछले साल में अकेले ब्रिटेन पहुँचे थे। मई में उन्होंने लीमिंगटन स्पा के एक पार्क में दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया। प्रोसिक्यूशन के अनुसार, दोनों लड़कों ने नाबालिग पीड़िता को, जो उस समय काफी नशे में थी, उसके दोस्तों से अलग ले जाकर हमला किया। कोर्ट में वह वीडियो भी दिखाया गया जो लड़की ने हमले के दौरान रिकॉर्ड कर पाई थी, जिसमें वह रोते और चिल्लाते सुनी गई-“Please help me… let me go… I want to go home.” पीड़िता ने अपने बयान में कहा, “जिस दिन मेरा रेप हुआ, उसी दिन मैं पहले जैसी नहीं रही। यह मेरी जिंदगी का पहला यौन अनुभव था।”
🚨Two Afghan asylum seekers Jan Jahanzeb and Israr Niazal, both 17 abducted a terrified 15 year old British girl in Leamington Spa, dragged her to a park "den," and r*ped her.
I have no words... pic.twitter.com/FvYVmSFOQ7
— Daniel (@staddann) December 8, 2025
ब्रिटेन में बड़ा राजनीतिक मुद्दा
ब्रिटेन सरकार पहले से ही छोटी नावों में चैनल पार कर आने वाले हजारों प्रवासियों को रोकने के तरीके खोज रही है। इसी बीच आश्रय-प्रार्थियों से जुड़े यौन अपराधों के कई मामलों ने माहौल गरम कर दिया है। पिछले महीने एक अफगान नागरिक ने 12 साल की लड़की से रेप करने की बात कबूल की। सितंबर में एक इथियोपियन व्यक्ति को एक किशोरी और एक महिला से यौन उत्पीड़न के मामले में जेल हुई। इन घटनाओं के बाद देशभर में बड़े पैमाने पर विरोध-प्रदर्शन हुए, कई जगह हिंसा भी भड़की। आव्रजन को लेकर बढ़ती नाराज़गी के चलते Reform UK पार्टी को सर्वेक्षणों में बढ़त भी मिलने लगी है।
कोर्ट ने सार्वजनिक हित में किए नाम उजागर
हालांकि आरोपी नाबालिग थे, लेकिन जज सिल्विया डी बर्टोडानो ने कहा कि जनहित को देखते हुए उनके नाम उजागर किए जा सकते हैं। जहानज़ैब के वकील ने बताया कि वह यूरोप से अकेले होते हुए चार बार कोशिश के बाद जनवरी में छोटी नाव से ब्रिटेन पहुंचा था। सज़ा पूरी होने के बाद उसे स्वचालित रूप से देश से निष्कासित (deport) कर दिया जाएगा।
- जान जहानज़ैब: 10 साल 8 महीने की हिरासत
- इसरार नियाज़ल: 9 साल 10 महीने की हिरासत