Edited By Tanuja,Updated: 09 Dec, 2019 04:25 PM
पाकिस्तान में जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान काफी समय से इमरान खान सरकार को गिराने के लिए बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं...
इस्लामाबादः पाकिस्तान में जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान काफी समय से इमरान खान सरकार को गिराने के लिए बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। रहमान ने बीते 27 अक्टूबर को सरकार के विरोध में कराची से एक मार्च शुरू किया था। हालांकि, 13 दिन बाद ही उन्होंने इसे अचानक बंद करने का आह्वान किया था। इमरान खान सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले मौलाना फजलुर रहमान ने एकबार फिर अपनी भविष्यवाणी दोहराई है। मौलाना ने कहा है कि इमरान खान की अगुवाई वाली सरकार का जहाज डूबने के कगार पर है।
मौलाना ने इमरान की ओर से की जा रही कवायदों पर भी तंज कसे। उन्होंने कहा कि मैं आपकी कोशिशों को सलाम करता हूं। पाकिस्तान के फायरब्रांड नेता ने शहर के रिंग रोड हाईवे पर जमा हुए प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि हमने पहले ही कहा था कि देश की अर्थव्यवस्था डूबने वाली है। अब हम यह भी कह सकते हैं कि सरकार का जहाज डूबने वाला है। उन्होंने यह भी दावा किया कि देश को बचाने के लिए शुरू की गई लड़ाई अब अपने मुकाम पर पहुंचने वाली है।
पाकिस्तान के फायरब्रांड नेता ने कहा है कि उनकी पार्टी देश के बाकी हिस्सों में सरकार विरोधी प्रदर्शनों को जारी रखेगी। मौलाना ने इमरान खान सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि एक करोड़ नौकरियां देने का वादा करने वाली सरकार ने 25 लाख युवाओं को बेरोजगार किया किया है। ऐसी सरकार कौन स्वीकार करेगा जो विदेशी हाथों से संचालित होती है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार को देश के आर्थिक संकट के लिए जिम्मेदार ठहराया गया था जबकि एफबीआर की रिपोर्ट कहती है कि देश से बहार गई रकम प्रॉपर चैलन के जरिए गई थी।