Edited By Parveen Kumar,Updated: 16 Dec, 2025 10:09 PM

मैक्सिको सिटी की विधानसभा में सोमवार को ऐसा नजारा देखने को मिला, जिसने लोकतांत्रिक राजनीति को कटघरे में खड़ा कर दिया। पारदर्शिता से जुड़े एक अहम सुधार पर चर्चा के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष की महिला विधायकों के बीच तीखी बहस शुरू हुई, जो कुछ ही पलों...
नेशनल डेस्क: मैक्सिको सिटी की विधानसभा में सोमवार को ऐसा नजारा देखने को मिला, जिसने लोकतांत्रिक राजनीति को कटघरे में खड़ा कर दिया। पारदर्शिता से जुड़े एक अहम सुधार पर चर्चा के दौरान सत्ता पक्ष और विपक्ष की महिला विधायकों के बीच तीखी बहस शुरू हुई, जो कुछ ही पलों में हाथापाई में बदल गई। यह पूरा घटनाक्रम लाइव प्रसारण के दौरान कैमरों में कैद हो गया और अब इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
नियम उल्लंघन के आरोप से भड़का विवाद
हंगामे की शुरुआत उस वक्त हुई, जब विपक्षी नेशनल एक्शन पार्टी (PAN) की महिला विधायक कथित नियम उल्लंघन का आरोप लगाते हुए विधानसभा के मुख्य पोडियम तक पहुंच गईं। उनका कहना था कि सत्तारूढ़ मोरेना पार्टी बहुमत के दम पर संसदीय नियमों को नजरअंदाज कर रही है। इसी मुद्दे पर दोनों पक्षों के बीच पहले तीखी नोकझोंक हुई, लेकिन जल्द ही माहौल पूरी तरह बेकाबू हो गया।
धक्का-मुक्की से बाल खींचने तक की नौबत
वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि सत्ता पक्ष और विपक्ष की महिला विधायक एक-दूसरे से उलझती नजर आ रही हैं। पहले धक्का-मुक्की हुई, फिर कोहनी मारने, थप्पड़ चलने और यहां तक कि बाल खींचने जैसी शर्मनाक घटनाएं भी सामने आईं। मोरेना पार्टी की विधायक विपक्षी सदस्यों को जबरन पोडियम से हटाने की कोशिश करती दिखीं, जबकि PAN की महिला विधायक पीछे हटने को तैयार नहीं थीं।
दोनों दलों के आरोप-प्रत्यारोप
घटना के बाद PAN के एक सहयोगी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दावा किया कि उनकी पार्टी शांतिपूर्ण तरीके से विरोध कर रही थी, लेकिन सत्ता पक्ष ने बल प्रयोग कर हालात पर कब्जा करने की कोशिश की। वहीं PAN की एक महिला विधायक ने इस पूरे घटनाक्रम को लोकतांत्रिक मर्यादाओं के खिलाफ और बेहद शर्मनाक बताया।
वॉकआउट के बाद भी जारी रही बहस
हंगामे के बाद विपक्षी विधायकों ने सदन से वॉकआउट कर दिया, जिसके चलते सत्तारूढ़ दल ने बिना विपक्ष की मौजूदगी में ही बहस आगे बढ़ाई। दूसरी ओर, मोरेना पार्टी ने पलटवार करते हुए कहा कि विपक्ष तर्कों के बजाय हिंसा का सहारा ले रहा है, क्योंकि वह बहस में अपनी बात मजबूती से नहीं रख पा रहा है।