Edited By Seema Sharma,Updated: 25 Jan, 2022 08:56 AM

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने यूक्रेन के खिलाफ रूस के बढ़ते आक्रमण को लेकर बैठक की और उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (NATO) के पूर्वी हिस्से में सुरक्षा -व्यवस्था को मजबूत करने के मुद्दे पर चर्चा की।
इंटरनेशनल डेस्क: अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने यूक्रेन के खिलाफ रूस के बढ़ते आक्रमण को लेकर बैठक की और उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (NATO) के पूर्वी हिस्से में सुरक्षा -व्यवस्था को मजबूत करने के मुद्दे पर चर्चा की। इससे पहले पश्चिमी देशों के गठबंधन- उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (NATO) ने सोमवार को ऐलान किया कि वह पूर्वी यूरोप की सीमाओं पर बड़ी संख्या में फाइटर जेट्स और युद्धपोत तैनात कर रहा है। इसके साथ ही वह रूस से लगती सीमाओं पर अतिरिक्त सैन्यबलों को भी स्टैंडबाई पर रख रहा है। नाटो की ओर से यह फैसला ऐसे समय में आया है, जब रूस लगातार अपनी तरफ से लगने वाली यूक्रेन सीमा पर सैनिकों की तैनाती कर रहा है।
अमेरिका के 8500 सैनिक हाई अलर्ट पर
अमेरिका में कुछ अधिकारियों ने दावा किया है कि राष्ट्रपति जो बाइडन भी पूर्वी यूरोप और बाल्टिक देशों में अपनी सेना भेजने की तैयारी कर रहे हैं। पेंटागन ने कहा कि "यूक्रेन की सीमा पर चल रहे रूसी आक्रमण को देखते हुए पूर्वी यूरोप में संभावित तैनाती के लिए 8500 अमेरिकी सैनिकों को 'हाई अलर्ट' पर रखा गया है।
बाइडन की यूरोप नेताओं संग बैठक
बाइडन द्वारा सोमवार को आयोजित बैठक में यूरोपीय आयोग, यूरोपीय परिषद, नाटो, फ्रांस, जर्मनी, इटली, पोलैंड और ब्रिटेन के नेताओं ने हिस्सा लिया। व्हाइट हाउस की ओर से जारी बयान में बताया गया कि बैठक में नेताओं ने यूक्रेन के खिलाफ रूसी आक्रमण को रोकने के लिए अपने संयुक्त प्रयासों पर चर्चा की, जिसमें रूस पर गंभीर आर्थिक लागत लगाने के साथ-साथ नाटो के पूर्वी हिस्से पर सुरक्षा को मजबूत करने की तैयारी शामिल है।