LIVE: तालिबान ने काबुल एयरपोर्ट किया सील, कपिसा में भीषण लड़ाई में तालिबान को भारी नुकसान

Edited By Tanuja,Updated: 29 Aug, 2021 06:21 PM

taliban largely seal off kabul airport as airlift winds down

अमेरिकी बलों के एयरलिफ्ट आप्रेशन को रोकने के लिए तालिबान बलों ने शनिवार को काबुल हवाई अड्डे को सील कर दिया । ज्यादातर अफगान नागरिक ...

काबुलः अमेरिकी बलों के एयरलिफ्ट आप्रेशन को रोकने के लिए तालिबान बलों ने शनिवार को काबुल  हवाई अड्डे को  सील कर दिया । ज्यादातर अफगान  नागरिक देश से बाहर निकलने की उम्मीद लगाए हुए हैं और उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के अधिकतर देश अफगानिस्तान में  2 दशकों  बाद अपने सैनिकों को निकालकर ले गए है। अमेरिका ने 15 अगस्त को तालिबान के काबुल पर कब्जा करने के बाद से 1,00,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित रूप से निकाला है और उसे उम्मीद है कि मंगलवार की समय सीमा तक वह अपने सभी लोगों को वहां से निकाल ले। अफगानिस्तान से जुड़ी हर खबर पढ़ने के लिए जुड़ें Punjabkesari.in के साथ...

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अफगानिस्तान के कपिसा प्रांत में तालिबान और रेजिस्टेंस बलों के बीच भीषण लड़ाई होने की खबर है।  मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस लड़ाई में तालिबान को भारी नुकसान हुआ है और उसके कई आतंकी मारे गए हैं।स्थानीय मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि पंजशीर प्रांत के अफगानियों के नेतृत्व वाले रेजिस्टेंस फ्रंट के साथ संघर्ष विराम का उल्लंघन करने पर तालिबान को भारी खामियाजा उठाना पड़ा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि तालिबान ने पंजशीर प्रांत की सीमा पर हमला किया। इसके जवाब में नेशनल रेजिस्टेंस फ्रंट (एनआरएफ) के लड़ाकों ने भी जबर्दस्त जवाबी हमला किया और तालिबान आतंकियों को पीछे हटने को मजबूर कर दिया है।

 

  • ब्रिटेन भी शनिवार को लोगों को निकालने के लिए अपनी अंतिम उड़ानों का संचालन कर रहा है। अफगानिस्तान में ब्रिटेन के राजदूत लॉरी ब्रिस्टो ने काबुल हवाई अड्डे से एक वीडियो में कहा, ‘‘अब अभियान के इस चरण को बंद करने का समय आ गया है।'' उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन हम उन लोगों को नहीं भूले हैं जो अभी भी देश छोड़ना चाहते हैं।'' उन्होंने कहा, ‘‘हम उनकी मदद करने के लिए हर संभव कोशिश करना जारी रखेंगे।”
     
  • प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा कि तालिबान बलों ने हवाई अड्डे के भीतर कुछ हिस्सों पर कब्जा कर लिया है और वह शांतिपूर्वक नियंत्रण करने के लिए तैयार हैं क्योंकि अमेरिकी सेना बाहर निकल रही है। तालिबान ने दो दिन पहले एक आत्मघाती हमले के बाद बड़ी संख्या में लोगों को इकट्ठा होने से रोकने के लिए शनिवार को काबुल हवाई अड्डे के आसपास अतिरिक्त बलों को तैनात किया।
     
  • अमेरिका को 31 अगस्त तक अपने सभी सैनिकों की वापसी के काम को पूरा करना है और इससे पहले यह हमला हुआ था। तालिबान ने हवाई अड्डे की ओर जाने वाली सड़कों पर अतिरिक्त जांच चौकियां बनाई है जिनमें तालिबान के वर्दीधारी लड़ाके तैनात हैं। तालिबान के अफगानिस्तान की सत्ता पर कब्जा जमाने के बाद देश से भागने की उम्मीद में पिछले दो हफ्तों में जिन इलाकों में लोगों की बड़ी भीड़ एकत्र हुई थी, वे अब काफी हद तक खाली थे।
     
  • अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में आत्मघाती बम विस्फोट में 13 अमेरिकी सैनिकों और 170 से अधिक अफगानों के मारे जाने के बाद अमेरिका के सुरक्षा बल जहां मंगलवार तक अपने नागरिकों को बाहर निकालने के लिए प्रयासरत हैं वहीं विशेषज्ञ वहां के खून-खराबे को अमेरिकी हार का नतीजा बताते हैं। अमेरिकी इतिहास में सबसे बड़े युद्ध के बाद अमेरिका अफगानिस्तान से वापस जा रहा है। जिस तालिबान के खिलाफ अमेरिका ने पहले लड़ाई लड़ी थी, उसी के हाथ में वह देश को छोड़कर जा रहा है।
     
  • हाल में काबुल हवाई अड्डे पर आत्मघाती धमाकों में अफगानिस्तान के 169 नागरिकों और 13 अमेरिकी सैनिकों की मौत के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने जवाबी कार्रवाई करने का वादा किया था। कई पश्चिमी देशों ने सभी अमेरिकी बलों की वापसी के लिए मंगलवार की समय सीमा से पहले लोगों को अफगानिस्तान से निकालने के अपने अभियान को पूरा कर लिया है।
     
  • अमेरिकी सेना के लिए अनुवादक के रूप में काम करने वाले एक अफगान ने कहा कि वह उन लोगों के समूह के साथ था, जिन्हें जाने की अनुमति थी और जिन्होंने शुक्रवार देर रात हवाई अड्डे पर पहुंचने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि तीन चौकियों से गुजरने के बाद उन्हें चौथी पर रोका गया था। उन्होंने कहा कि तालिबान ने उन लोगों से कहा कि उन्हें अमेरिकियों ने कहा था कि वे केवल अमेरिकी पासपोर्ट धारकों को ही जाने दें। काबुल लौटने के बाद उस व्यक्ति ने ‘एसोसिएटेड प्रेस' को बताया, ‘‘मैं अपने भविष्य के लिए बहुत निराश हूं।'' उन्होंने कहा, ‘‘लोगों को निकाले जाने का काम पूरा होने पर हमारा क्या होगा।''
     
  • काबुल में बैंकों और नकदी मशीनों के बाहर सैकड़ों लोगों की कतार देखने को मिल रही है। न्यू काबुल बैंक पर शनिवार को एकत्र हुए प्रदर्शनकारियों में सिविल सेवा के अधिकारी शामिल थे जो तीन से छह महीने से बकाया अपने वेतन की मांग कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बैंक तीन दिन पहले खुले थे लेकिन अभी तक कोई पैसा नहीं निकाल पाया है। एटीएम मशीनें काम कर रही हैं लेकिन एक दिन में दो सौ डॉलर से ज्यादा की निकासी नहीं हो पा रही है जिसके कारण लोगों की लंबी कतारें देखने को मिल रही हैं। इस बीच संयुक्त राष्ट्र की एक संस्था ने सूखा पड़ने की चेतावनी दी है जिससे लाखों लोगों को मानवीय सहायता की जरूरत पड़ सकती है।

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