Edited By Tanuja,Updated: 22 Dec, 2025 11:50 AM

अमेरिका और वेनेजुएला के बीच तनाव और गहरा गया है। अमेरिकी सेना ने कैरिबियन सागर में वेनेजुएला से तेल लेकर जा रहे एक जहाज को बीच समुद्र में इंटरसेप्ट कर अपने कब्जे में ले लिया। इस कार्रवाई को प्रतिबंधित तेल और नार्को-आतंकवाद से जोड़कर देखा जा रहा है।
Washington: अमेरिका और वेनेजुएला के बीच पहले से चले आ रहे तनाव ने अब समुद्र के बीच सैन्य टकराव का रूप ले लिया है। अमेरिकी सेना ने वेनेजुएला से तेल लेकर जा रहे एक जहाज को कैरिबियन सागर में बीच समुद्र इंटरसेप्ट कर अपने नियंत्रण में ले लिया। इस पूरी कार्रवाई का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। जानकारी के मुताबिक, अमेरिकी सेना का एक हेलीकॉप्टर सीधे जहाज पर उतरा, जिसके बाद कई अमेरिकी सैनिक जहाज पर सवार हुए और उसे अपने कब्जे में ले लिया। यह जहाज कथित तौर पर पनामा के झंडे के तहत चल रहा था।
⚡️BREAKING :
"US seized a 3rd tanker, BELLA 1, en route to Venezuela."
Video Credit : @Partisan_12 pic.twitter.com/MMPchZw816
— Catherine (@cath2060) December 21, 2025
ब्रिटेन की मैरिटाइम मैनेजमेंट कंपनी वेनगार्ड के अनुसार, जहाज को पूर्वी बारबाडोस के पास कैरिबियन सागर में रोका गया। अमेरिका की होमलैंड सेक्रेटरी क्रिस्टी निओम ने कहा कि इस जहाज ने आखिरी बार वेनेजुएला के बंदरगाह पर लंगर डाला था। क्रिस्टी निओम ने सख्त लहजे में कहा,“अमेरिका प्रतिबंधित तेल की अवैध आवाजाही पर लगातार नजर रखेगा। इस तरह की गतिविधियों से क्षेत्र में नार्को-आतंकवाद को फंडिंग होती है। हम तुम्हें ढूंढ निकालेंगे और रोकेंगे।”
इस बीच, न्यूज़ एजेंसी रॉयटर्स ने बताया कि जहाज का नाम ‘सेंचुरीस’ (Centuris) है। चौंकाने वाली बात यह है कि अमेरिका ने इस जहाज को पहले प्रतिबंधित सूची में शामिल नहीं किया था, जिससे संकेत मिलता है कि वॉशिंगटन अब वेनेजुएला के खिलाफ और ज्यादा आक्रामक रुख अपना रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह कार्रवाई केवल एक जहाज तक सीमित नहीं है, बल्कि यह अमेरिका की उस नीति का हिस्सा है, जिसके तहत वह वेनेजुएला के तेल व्यापार और उसकी आय के स्रोतों पर शिकंजा कसना चाहता है। इस घटना के बाद दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है।