Edited By Mahima,Updated: 05 Aug, 2024 02:44 PM
भारत सहित 100 से ज्यादा देशों की प्रति व्यक्ति आय बढ़ने में अगले कुछ दशकों तक काफी लंबा इंतजार करना पड़ सकता है और नई दिल्ली को इस उपलब्धि को प्राप्त करने के लिए अमरीका की एक-चौथाई प्रति व्यक्ति आय तक पहुंचने में 75 वर्ष का समय लग सकता है।
नेशनल डेस्क: भारत सहित 100 से ज्यादा देशों की प्रति व्यक्ति आय बढ़ने में अगले कुछ दशकों तक काफी लंबा इंतजार करना पड़ सकता है और नई दिल्ली को इस उपलब्धि को प्राप्त करने के लिए अमरीका की एक-चौथाई प्रति व्यक्ति आय तक पहुंचने में 75 वर्ष का समय लग सकता है। यह बात विश्व बैंक की रिपोर्ट के जरिए सामने आई है। विश्व विकास रिपोर्ट 2024 के अनुसार, चीन को अमरीकी प्रति व्यक्ति आय की एक-चौथाई तक पहुंचने में 10 साल से अधिक और इंडोनेशिया को लगभग 70 साल लगेंगे।
मध्यम आय वर्ग के देशों की आबादी करीब 6 अरब
भारत सहित 100 से अधिक देशों को अगले कुछ दशकों में उच्च आय वाला देश बनने में गंभीर बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है। वर्ष 2023 के अंत में विश्व बैंक ने 108 देशों को मध्यम आय वर्ग के रूप में वर्गीकृत किया था। इनकी प्रति व्यक्ति वार्षिक जीडीपी 1,136 अमेरिकी डॉलर से लेकर 13,845 अमेरिकी डॉलर के बीच थी। इन देशों में छह अरब लोग रहते हैं, जो वैश्विक आबादी का 75 प्रतिशत है। दुनिया में हर तीन में से दो लोग अत्यधिक गरीबी में जीवन व्यतीत कर रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक इन देशों के लिए आगे की राह में कई चुनौतियां हैं।
इनमें तेजी से उम्रदराज हो रही जनसंख्या और बढ़ता कर्ज, तेज भू-राजनीतिक और व्यापार गतिरोध और पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए बिना आर्थिक प्रगति में मुश्किलें शामिल हैं। इन चुनौतियों के बावजूद मध्यम आय वाले कई देश अभी भी पिछली सदी की रणनीति पर चल रहे हैं और मुख्य रूप से निवेश बढ़ाने के लिए बनाई गई नीतियों पर निर्भर हैं। यह कार को पहले गियर में रखकर उसे तेज चलाने की कोशिश जैसा है। विश्व बैंक समूह के मुख्य अर्थशास्त्री और विकास अर्थशास्त्र के वरिष्ठ उपाध्यक्ष इंदरमीत गिल ने कहा कि अगर ये देश पुरानी रणनीति पर ही टिके रहते हैं, तो इनमें से ज्यादातर विकासशील देश इस सदी के मध्य तक समृद्ध समाज बनाने की दौड़ में पीछे रह जाएंगे।
फिलहाल 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था
फिलहाल भारत की अर्थव्यवस्था 3.7 करोड़ डॉलर की जीडीपी के साथ दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। भारत से आगे अभी चीन, अमरीका, जापान और जर्मनी का नाम शामिल है। क्रिसिल की रिपोर्ट से यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि वित्त वर्ष 2030-31 तक भारतीय अर्थव्यवस्था 6.7 लाख करोड़ डॉलर तक पहुंच जाएगी। इतना ही नहीं बल्कि उस वक्त तक देश की प्रति व्यक्ति आय बढ़कर 4,500 अमेरिकी डॉलर हो जाएगी और भारत "उच्च-मध्यम आय" वाले देशों के समूह में भी शामिल हो जाएगा। विश्व बैंक के अनुसार निम्न आय वाले देश वे है जिनकी प्रति व्यक्ति आय 1 हजार से 4 हजार अमेरिकी डॉलर के बीच है। वहीं उच्च-मध्यम आय वाले देश वे है जिनकी प्रति व्यक्ति आय 4 हजार से लेकर 12 हजार के बीच है।
भारत में प्रति व्यक्ति आय 2,602 डॉलर
वैश्विक चुनौतियों के बाद भी भारत की अर्थव्यवस्था खूब उछाल मार रही है. भारत अब दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर तेजी से आगे बढ़ रहा है, लेकिन भारत के सामने कई तरह की चुनौतियां भी है। भारत में प्रति व्यक्ति आय 2,602 डॉलर है, इसके साथ भारत 197 देशों में प्रति व्यक्ति आय के मामले में 142वें पायदान पर है। वहीं आंकड़ों के मुताबिक साल 2014-15 में सालाना प्रति व्यक्ति आय 86,647 रुपये थी जो कि वित्त वर्ष 2022-23 में बढ़कर 1,72,000 रुपये हो गई थी। दुनिया के सबसे अमीर देश लक्जमबर्ग में सालाना प्रति व्यक्ति आय 1,43,320 डॉलर है। इसके अलावा भारत में महंगाई बढ़ी है, बेरोजगारी अधिक है और स्वास्थ्य सेवाओं का हाल बुरा है।