लावारिस पैसों से भरा बैग लेकर थाने पहुंचा युवक, हैरान हो गई पुलिस, उसे ही लुटेरा समझ भेजा जेल

Edited By Updated: 09 Sep, 2024 05:06 PM

a young man reached the police station with a bag full of unclaimed money

उत्तर प्रदेश के रायबरेली से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। एक युवक को सड़क किनारे एक पैसों से भरा बैग मिला। जब वह युवक उस बैग को पुलिस थाने में जमा करवाने गया, तो पुलिस ने उसे उल्टा लूट का आरोपी बना दिया और जेल भेज दिया। हालांकि, कोर्ट के आदेश...

नेशनल डेस्क : उत्तर प्रदेश के रायबरेली से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। एक युवक को सड़क किनारे एक पैसों से भरा बैग मिला। जब वह युवक उस बैग को पुलिस थाने में जमा करवाने गया, तो पुलिस ने उसे उल्टा लूट का आरोपी बना दिया और जेल भेज दिया। युवक की गिरफ्तारी के बाद, उसके परिजनों और स्थानीय व्यापारियों ने थाने के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। उनके विरोध की वजह से मामला और बढ़ गया, और उन्होंने थाने के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। वहीं इस मामले पर रायबरेली की कोर्ट ने युवक को ज़मानत पर रिहा करने का आदेश दिया। जेल से बाहर आने के बाद, युवक ने दावा किया कि उसे फर्जी तरीके से जेल भेजा गया था। उसने पुलिस पर आरोप लगाया कि उसकी गिरफ्तारी पूरी तरह से गलत थी और उसे झूठे आरोपों के तहत परेशान किया गया।

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रविशंकर के साथ हुई थी 7 लाख की लूट
दरअसल, 20 अगस्त को रायबरेली के गदागंज बाजार में जन सुविधा केंद्र चलाने वाले रविशंकर के साथ 7 लाख की लूट हुई थी। लूट के बाद बदमाश बैग को सड़क पर ही फेंककर भाग गए। उस बैग को दीपू उर्फ गौरव ने सड़क पर पाया और थाने में जमा करवा दिया। इसके बावजूद पुलिस ने 26 अगस्त को दीपू को लूट के मामले में आरोपी बना दिया और उसे जेल भेज दिया। दीपू के जेल जाने के बाद उसके परिवार और व्यापारियों ने नाराजगी जताई। 29 अगस्त को परिजनों ने थाने का घेराव किया और थाना प्रभारी राकेश चंद्र आनंद और दरोगा के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इसके बाद पुलिस ने पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया।

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कोर्ट के आदेश के बाद रिहाई
मामले की जांच कर रहे प्रभारी निरीक्षक ने शनिवार को कोर्ट में यह जानकारी दी कि दीपू के खिलाफ कोई ठोस सबूत नहीं हैं। इसके बाद, अपर सिविल जज सीनियर डिवीजन/एसीजेएम द्वितीय नीरज सिंह ने सुनवाई के दौरान दीपू को व्यक्तिगत बॉंड पर रिहा करने का आदेश दिया। जेलर हिमांशू रौतेला ने बताया कि कोर्ट के आदेश के बाद दीपू को जेल से रिहा कर दिया गया है। दीपू की रिहाई से उसके परिवार और समर्थकों ने राहत की सांस ली है।

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प्रियंका गांधी का यूपी सरकार पर हमला
कांग्रेस की नेता प्रियंका गांधी ने रायबरेली में युवक की फर्जी गिरफ्तारी को लेकर यूपी सरकार की कानून व्यवस्था पर कड़ी टिप्पणी की है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर उन्होंने इस मुद्दे को उठाते हुए लिखा कि यूपी में कानून व्यवस्था पूरी तरह से खिलवाड़ बन चुकी है। प्रियंका गांधी ने इस घटना को लेकर यूपी सरकार से सवाल पूछा है और इसे कानून व्यवस्था की विफलता के रूप में पेश किया है। उनके इस बयान ने राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बना दिया है और यूपी सरकार के कानूनी ढांचे पर गंभीर सवाल खड़े किए। 

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इस प्रकार, रायबरेली में युवक की गिरफ्तारी और उसके बाद की घटनाएँ पुलिस और सरकारी तंत्र पर गंभीर सवाल खड़े कर रही हैं।

 

 

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