Edited By Yaspal,Updated: 13 Feb, 2020 07:15 PM
दिल्ली की जनता ने एक बार सत्ता की चाबी अरविंद केजरीवाल को दे दी है। 16 फरवरी को अरविंद केजरीवाल तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। ऐसे में केजरीवाल की कैबिनेट पर भी सबकी नजरें हैं। एक निजी समाचार चैनल से सौरभ भारद्वाज ने कहा कि भले हम चुनाव जीत...
नेशनल डेस्कः दिल्ली की जनता ने एक बार सत्ता की चाबी अरविंद केजरीवाल को दे दी है। 16 फरवरी को अरविंद केजरीवाल तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। ऐसे में केजरीवाल की कैबिनेट पर भी सबकी नजरें हैं। एक निजी समाचार चैनल से सौरभ भारद्वाज ने कहा कि भले हम चुनाव जीत गए हैं, लेकिन EVM पर सवाल बरकरार रहेगा। मैं आज भी मानता हूं कि ईवीएम से जो चुनाव प्रक्रिया है वो सही नहीं है। हम जिस देश से ईवीएम खरीदते हैं वो भी बैलेट पेपर से चुनाव कराते हैं। प्रचंड जीत पर सौरभ भारद्वाज ने कहा कि अरविंद केजरीवाल का नाम हमारे काम का पर्यायवाची है।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि अब देश में केजरीवाल का नाम जहां-जहां पहुंचेगा, उसकी वजह उनका काम होगा। इस जीत में मजा नहीं आता, अगर भाजपा सारे हथकंडे नहीं अपनाती। उन्होंने कहा कि भाजपा के पास जो झोला है, उसमें जो भी ट्रिक है, उन सभी का चुनाव में इस्तेमाल किया गया। बीजेपी की ओर से डर्टी कैंपेन और बड़े स्तर पर ध्रुवीकरण करने की कोशिश की गई, लेकिन बीजीपी उसमें सफल नहीं हो पाई।
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि चुनाव के 20 दिन पहले तक बीजेपी कही नहीं थी. हम एक तरफा चुनाव जीत रहे थे। लेकिन तीन हफ्ते पहले उसने हिंदुत्व के नाम पर राजनीति शुरू की। पार्टी के कार्यकर्ता कैंपेन के दौरान लोगों को गंगाजल की कसम खिलाकर बीजेपी को वोट देने के लिए कह रहे थे। चुनाव में ध्रुवीकरण के लिए बीजेपी ने अपना स्तर गिरा लिया था।
उन्होंने बताया कि चुनाव के दिन तक बीजेपी ध्रुवीकरण करने में जुटी रही। मतदान केंद्र पर बीजेपी कार्यकर्ता जय श्री राम के नारे लगा रहे थे। इसकी शिकायत हमने पुलिस से की थी, लेकिन पुलिस ने ऐसा कोई नारा लगाए जाने से इनकार कर दिया था। इसके बाद आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भी जय बजरंग बली के नारे लगाने शुरू कर दिए, जिसके बाद बीजेपी कार्यकर्ता शांत हुए।