Edited By vasudha,Updated: 20 Nov, 2019 02:12 PM
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कुछ दिन की राहत के बाद मंगलवार हवा ठहरने और खेतों में फसल अवशेषों को जलाये जाने के कारण दिल्ली की हवा फिर से खराब हो गयी। बुधवार को दिल्ली में वायु की गुणवत्ता का स्तर 269 रहा जो कि बहुत खराब की श्रेणी में आता है...
नेशनल डेस्क: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कुछ दिन की राहत के बाद मंगलवार हवा ठहरने और खेतों में फसल अवशेषों को जलाये जाने के कारण दिल्ली की हवा फिर से खराब हो गयी। बुधवार को दिल्ली में वायु की गुणवत्ता का स्तर 269 रहा जो कि बहुत खराब की श्रेणी में आता है। मौसम विभाग के अनुसार अगले 48 घंटों में राजधानी की हवा एक बार फिर से 'गंभीर' हो सकती है।
वहीं दिल्ली में पीएम 2.5 और पीएम-10 के लेवल में भी कोई सुधार नहीं देखने को मिला है। लोधी रोड में पीएम 2.5 का लेवल 210 रहा वहीं पीएम-10 का लेवल 204 रहा। वहीं दिल्ली से सटे नोएडा में वायु की गुणवत्ता का स्तर 333 दर्ज किया गया जो कि बहुत खराब की श्रेणी में है। एक दौर में वायु प्रदूषण का स्तर 1000 के ऊपर पहुंच गया था, वो अब धीरे-धीरे कम हो रहा है।
वहीं दिल्ली के प्रदूषण पर मंगलवार को संसद में भी चर्चा शुरू हुई। इस मुद्दे पर संसद के भीतर और बाहर खासा हंगामा भी हुआ। चर्चा में भाजपा सांसद प्रवेश वर्मा की प्रदूषण पर संसद में चर्चा के दौरान उन टिप्पणियों को ‘बेहद खराब’ बताया जिसमें उन्होंने कहा कि पहले केवल दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल खांस रहे थे लेकिन अब पूरा शहर और सदन के सदस्य खांस रहे हैं। चर्चा के दौरान वर्मा ने केजरीवाल पर शहर में वायु प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए कुछ न करने का भी आरोप लगाया और इस समस्या के लिए पड़ोसी राज्यों के किसानों को जिम्मेदार ठहराने के लिए उनकी आलोचना की।