Edited By Mansa Devi,Updated: 30 Oct, 2025 12:54 PM

कुछ ही समय पहले जब स्वदेशी चैटिंग ऐप Arattai लॉन्च हुआ था, तो इसे व्हाट्सऐप का देसी विकल्प कहा जाने लगा था। लॉन्च के बाद इस ऐप ने शुरुआत में शानदार प्रदर्शन किया और Google Play Store पर टॉप रैंकिंग हासिल कर ली थी। यहां तक कि कुछ दिनों के लिए Arattai...
नेशनल डेस्क: कुछ ही समय पहले जब स्वदेशी चैटिंग ऐप Arattai लॉन्च हुआ था, तो इसे व्हाट्सऐप का देसी विकल्प कहा जाने लगा था। लॉन्च के बाद इस ऐप ने शुरुआत में शानदार प्रदर्शन किया और Google Play Store पर टॉप रैंकिंग हासिल कर ली थी। यहां तक कि कुछ दिनों के लिए Arattai ने WhatsApp को पीछे छोड़ दिया था। लेकिन अब हालात पूरी तरह बदल गए हैं ऐप की लोकप्रियता तेजी से गिर रही है।
प्ले स्टोर पर सातवें स्थान पर खिसका
पहले नंबर पर पहुंचने वाला Arattai अब Google Play Store के टॉप फ्री कम्युनिकेशन ऐप्स की लिस्ट में 7वें स्थान पर पहुंच गया है। वहीं Apple App Store पर भी यह ऐप अब 6वें नंबर पर आ गया है। इसके विपरीत, WhatsApp ने अपनी पकड़ मजबूत बनाए रखी है वह फिलहाल Play Store पर तीसरे और App Store पर दूसरे स्थान पर बना हुआ है।
शुरुआत में मिला जबरदस्त रिस्पॉन्स
लॉन्च के शुरुआती हफ्तों में Arattai ने रिकॉर्ड तोड़ डाउनलोड्स दर्ज किए थे। कंपनी के मुताबिक, डेली साइन-अप्स की संख्या कुछ ही दिनों में 3,000 से बढ़कर 3.5 लाख तक पहुंच गई थी। यहां तक कि डाउनलोड के मामले में इस ऐप ने एक वक्त पर ChatGPT को भी पीछे छोड़ दिया था।
रैंकिंग गिरने की असली वजह
विशेषज्ञों का मानना है कि ऐप की रैंकिंग में गिरावट की एक बड़ी वजह सिक्योरिटी फीचर्स की कमी है। Financial Times की रिपोर्ट के अनुसार, कई यूजर्स ऐप में टेक्स्ट मैसेज के लिए एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन की मांग कर रहे हैं, जो अभी तक मौजूद नहीं है।
ऐप में वॉयस और वीडियो कॉलिंग के लिए यह सुरक्षा फीचर पहले से है, लेकिन चैट के लिए न होने से यूजर्स का भरोसा कमजोर पड़ा है। कंपनी ने वादा किया है कि आने वाले अपडेट में यह फीचर जोड़ा जाएगा, मगर तब तक कई यूजर्स दोबारा WhatsApp की ओर लौट चुके हैं।
Arattai का सफर और शुरुआत
Arattai को चेन्नई स्थित Zoho Corporation ने जनवरी 2021 में लॉन्च किया था। इसका उद्देश्य विदेशी मैसेजिंग ऐप्स का भारतीय विकल्प तैयार करना था। इसमें वॉयस नोट्स, फाइल शेयरिंग, वीडियो कॉल, और एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन (आंशिक रूप से) जैसे फीचर्स मौजूद हैं। यह ऐप हाल ही में अमेरिका-भारत व्यापार तनाव और प्रधानमंत्री मोदी के आत्मनिर्भर भारत अभियान के दौरान फिर से सुर्खियों में आया था। लेकिन शुरुआती जोश के बाद अब Arattai की चमक फीकी पड़ती दिख रही है।