Edited By Mansa Devi,Updated: 14 Sep, 2025 06:47 PM

आजकल की खराब लाइफस्टाइल और गलत खान-पान की आदतें हमारे लिवर के लिए बड़ा खतरा बन रही हैं। लगातार हो रहे डैमेज से लिवर सिरोसिस, फैटी लिवर और यहां तक कि लिवर कैंसर जैसी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉ. सौरभ सेठी ने कुछ ऐसी आदतों के...
नेशनल डेस्क: आजकल की खराब लाइफस्टाइल और गलत खान-पान की आदतें हमारे लिवर के लिए बड़ा खतरा बन रही हैं। लगातार हो रहे डैमेज से लिवर सिरोसिस, फैटी लिवर और यहां तक कि लिवर कैंसर जैसी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। गैस्ट्रोएंटेरोलॉजिस्ट डॉ. सौरभ सेठी ने कुछ ऐसी आदतों के बारे में बताया है, जिन्हें तुरंत छोड़कर आप अपने लिवर को स्वस्थ रख सकते हैं।
लिवर को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाने वाली 4 आदतें
प्रोसेस्ड मीट का सेवन: प्रोसेस्ड मीट में मौजूद नाइट्रेट, प्रीजर्वेटिव और केमिकल एडिटिव्स लिवर को सीधे तौर पर नुकसान पहुंचाते हैं। लिवर इन टॉक्सिंस को फिल्टर करते-करते कमजोर हो जाता है, जिससे लिवर कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
शराब (एल्कोहल): शराब, चाहे वह देसी हो या वाइन-बियर, लिवर के लिए सबसे बड़ा दुश्मन है। यह लिवर में फैट जमा करती है, सूजन बढ़ाती है और लिवर सिरोसिस का कारण बन सकती है, जो आगे चलकर लिवर कैंसर का रूप ले सकता है।
तली हुई चीजें खाना: फ्रेंच फ्राइज, पकौड़े और फ्राइड चिकन जैसी तली हुई चीजें खाने से लिवर पर ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस बढ़ता है, जिससे लिवर का काम बिगड़ सकता है।
शुगरी ड्रिंक्स पीना: सोडा, एनर्जी ड्रिंक्स और मीठे पैकेट वाले जूस में चीनी की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। ये लिवर में फैट जमा करते हैं और नॉन-एल्कोहॉलिक फैटी लिवर का कारण बन सकते हैं।
लिवर डैमेज को कैसे रिवर्स करें?
अच्छी बात यह है कि लिवर डैमेज को काफी हद तक रिवर्स किया जा सकता है। इसके लिए आपको अपनी आदतों में बदलाव करना होगा:
खान-पान बदलें: प्रोसेस्ड फूड्स के बजाय ताजे फल, सब्जियां, दालें और मछली खाएं।
शराब से दूरी: अगर आप लिवर की दिक्कतें महसूस कर रहे हैं, तो तुरंत शराब छोड़ दें।
शुगरी ड्रिंक्स की जगह: सोडे की बजाय पानी, हर्बल टी या ताजे फलों का जूस पिएं।
वजन पर कंट्रोल: एक्सरसाइज और फिजिकल एक्टिविटी से वजन को नियंत्रण में रखें, क्योंकि मोटापा भी लिवर की बीमारियों का एक बड़ा कारण है।
लिवर कैंसर के शुरुआती लक्षण
इन लक्षणों को पहचानकर आप समय रहते डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं:
➤ पेट में लगातार दर्द या सूजन
➤ आंखों और त्वचा का पीला पड़ना (पीलिया)
➤ भूख में कमी और अचानक वजन घटना
➤ लगातार थकान और कमजोरी
➤ दाहिने कंधे में दर्द
➤ उल्टी या जी मिचलाना
➤ पेट में तरल पदार्थ का जमा होना
➤ हल्की चोट पर भी खून निकलना