Edited By ,Updated: 14 Jun, 2015 10:39 AM

उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद को पीतल नगरी के नाम से जाना जाता है तो इस शहर की पहचान उस जिगर मुरादाबादी से भी है जिन्होंनें पड़ोसी देश पाकिस्तान में बसने का न्योता ठुकरा दिया था
नई दिल्ली; उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद को पीतल नगरी के नाम से जाना जाता है तो इस शहर की पहचान उस जिगर मुरादाबादी से भी है जिन्होंनें पड़ोसी देश पाकिस्तान में बसने का न्योता ठुकरा दिया था लेकिन कल रात उनके नाम से बने जिगर मंच से कृषि-प्रदर्शिनी में शायरों ने अफजल गुरू व कसाब को महिमामंडित कर दर्शकों को हक्का बक्का कर दिया। कृषि प्रदर्शनी में आए शायरों ने कश्मीर में आए दिन होने वाली देश विरोधी गतिविधियों की याद ताजा कर दी। मुरादाबाद में आयोजित होने वाली कृषि-प्रदर्शिनी में बीती आधी रात के बाद जिगर मंच पर कई नामचीन शायर अपनी शायरी के माध्यम से दर्शकों का मनोरंजन कर रहे थे।
तकरीबन एक बजे के आस-पास संचालनकर्ता ने एक शायर का नाम पुकारा तो शायर ने आते ही मंच से आतंकी कसाब व अफजल गुरू को महिमामंडित करते हुए अपनी शायरी के माध्यम से उच्चतम न्यायालय द्वारा दी गई फांसी पर सवाल खड़े कर दिये। विवादास्पद शायरी को लेकर दर्शकों में हंगामा खडा हो गया। जिगर मंच के सामने मौजूद प्रशासनिक अधिकारी जब तक मामले की गभीरता को समझते तब तक वह शायर अपना मकसद पूरा कर चुका था । हंगामे के बीच आयोजको ने मामले को दबाने का काफी प्रयास किया लेकिन दर्शकों का आक्रोश कम नहीं हुआ।
दर्शकों ने विरोध जताते हुए कहा की ऐसे देशद्रोही टिप्पणी करने वाले शायर व आयोजकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने पर जोर दिया। प्रशासनिक अधिकारियों ने मामले की गम्भीरता को देखते हुए मुशायरे की विडियो क्लिप देखने के बाद सुसंगत धाराओं में कार्रवाई का आश्वासन दिया है। जिलाधिकारी दीपक अग्रवाल ने जिगर मंच के मुशायरे में बीती देर रात आपत्तिजनक शेरो-शायरी किये जाने की पुष्टि करते हुये बताया कि मामले की जॉच की जा रही है और ऐसी हरकतों के लिए जो भी दोषी होगा उसे बशा नहीं जायेगा। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लव कुमार ने भी घटना की पुष्टि करते हुये मामले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है।