Edited By Pardeep,Updated: 08 Nov, 2025 02:02 AM

वास्तु शास्त्र और प्राचीन मान्यताओं में सुबह का समय अत्यंत संवेदनशील माना गया है। कहा जाता है कि सुबह आंख खुलते ही जो चीज़ हमारी पहली नजर में आती है, वह हमारे पूरे दिन की ऊर्जा, विचारों और भाग्य पर असर डालती है।
नेशनल डेस्कः वास्तु शास्त्र और प्राचीन मान्यताओं में सुबह का समय अत्यंत संवेदनशील माना गया है। कहा जाता है कि सुबह आंख खुलते ही जो चीज़ हमारी पहली नजर में आती है, वह हमारे पूरे दिन की ऊर्जा, विचारों और भाग्य पर असर डालती है। इसी वजह से कुछ दृश्य या वस्तुएं सुबह उठते ही देखना अशुभ माना गया है, जो मन में नकारात्मकता, तनाव और बाधाएं पैदा कर सकती हैं। वास्तु विशेषज्ञों के अनुसार सुबह का पहला दृश्य हमेशा शुभ होना चाहिए ताकि दिन सकारात्मकता और सफलता के साथ गुजरे।
आइए जानें वे 3 चीजें जिन्हें सुबह उठते ही देखने से बचना चाहिए—
1. जूठे बर्तन – दरिद्रता और अशांति का संकेत
वास्तु शास्त्र में जूठे और गंदे बर्तनों को अत्यंत नकारात्मक ऊर्जा का स्रोत माना गया है।
सुबह उठते ही जूठे बर्तन दिखने के प्रभाव:
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घर में मां अन्नपूर्णा की कृपा कम होने का संकेत
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घर में दरिद्रता और आर्थिक संकट का प्रवेश
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मानसिक तनाव और दांपत्य कलह में वृद्धि
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घर के वातावरण में भारीपन और बेचैनी बढ़ना
वास्तु विशेषज्ञ रोज़ रात को किचन साफ रखकर सोने की सलाह देते हैं। साफ रसोई को सौभाग्य और समृद्धि से जोड़कर देखा जाता है।
2. बंद या खराब घड़ी – समय रुकने और अड़चन बढ़ने का प्रतीक
घड़ी सिर्फ समय बताने का साधन ही नहीं बल्कि जीवन की गति, प्रगति और उन्नति का प्रतीक मानी जाती है।
सुबह उठते ही रुकी, टूटी या खराब घड़ी देखने के नकारात्मक प्रभाव:
खराब घड़ियों को तुरंत ठीक करवाना या घर से हटाना शुभ माना जाता है।
3. परछाई – मन की अशांति और बाधाओं का संकेत
सुबह उठते ही अपनी या किसी अन्य की परछाई देखना वास्तु में शुभ नहीं माना गया है।
कारण: परछाई को ऊर्जा के व्यतिक्रम का प्रतीक माना जाता है, व्यक्ति के भीतर भय, भ्रम और तनाव बढ़ता है,कार्यों में असफलता और बाधाएं आती हैं और मन का मूड नकारात्मक होकर दिनभर प्रभावित रहता है।
विशेषज्ञ कहते हैं कि सुबह उठते ही सीधेतौर पर परछाई की तरफ देखना अवचेतन मन पर गलत प्रभाव डाल सकता है।