Edited By Anu Malhotra,Updated: 04 Sep, 2025 08:04 AM

बेंगलुरु के सुड्डागुंटेपल्या इलाके में नकाबपोश शख्स ने एक महिला के साथ PG में घुसकर न सिर्फ उत्पीड़न किया गया, बल्कि उसकी निजता और सुरक्षा की धज्जियां उड़ा दी गईं। घटना तड़के करीब 3 बजे की है। CCTV कैमरे में कैद हुए फुटेज के मुताबिक, एक नकाबपोश युवक...
नेशनल डेस्क: बेंगलुरु के सुड्डागुंटेपल्या इलाके में नकाबपोश शख्स ने एक महिला के साथ PG में घुसकर न सिर्फ उत्पीड़न किया गया, बल्कि उसकी निजता और सुरक्षा की धज्जियां उड़ा दी गईं। घटना तड़के करीब 3 बजे की है। CCTV कैमरे में कैद हुए फुटेज के मुताबिक, एक नकाबपोश युवक बड़ी चालाकी से एक गर्ल्स PG के भीतर दाखिल हो गया। गेट या दीवार कैसे पार की गई, यह अभी स्पष्ट नहीं है।
वह बिना किसी शोर-शराबे के सीढ़ियों से ऊपर चढ़ा और सीधे एक युवती के कमरे की ओर बढ़ा। उस समय युवती नींद में थी और उसे लगा कि शायद उसकी रूममेट वापस आ गई है, इसीलिए उसने ध्यान नहीं दिया।
कमरे में घुसकर किया दरवाज़ा बंद, फिर...
जैसे ही आरोपी कमरे में पहुंचा, उसने अंदर से दरवाज़ा लॉक कर दिया। इसके बाद उसने युवती को धमकाते हुए उसका हाथ-पैर बांध दिया। युवती ने जब इस खतरे को महसूस किया, तो उसने हिम्मत दिखाते हुए खुद को छुड़ाने की कोशिश की– लेकिन आरोपी उसका यौन उत्पीड़न करता रहा।
शारीरिक और मानसिक उत्पीड़न के बाद की लूट
युवती ने पूरी ताकत से विरोध किया, लेकिन आरोपी ने उसके साथ जोर-जबरदस्ती और मारपीट की, और जाते-जाते उसकी अलमारी से ₹2,500 नकद भी चुरा लिया। यह सारी घटना कुछ ही मिनटों में हुई और आरोपी वहां से फरार हो गया।
सुबह की पहली रोशनी के साथ दर्ज हुई शिकायत
घटना के बाद युवती ने साहस जुटाकर नजदीकी सुड्डागुंटेपल्या पुलिस स्टेशन में जाकर शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने तत्काल FIR दर्ज की और PG में लगे CCTV फुटेज को खंगालना शुरू कर दिया है। अब तक की जांच में यही बात सामने आई है कि आरोपी पीजी के भीतर की गतिविधियों से वाकिफ था, जिससे यह भी शक जताया जा रहा है कि वह शायद पहले भी आसपास रह चुका है।
पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं
चौंकाने वाली बात यह है कि यह पहली बार नहीं है जब इस इलाके में ऐसी घटना हुई हो। कुछ महीने पहले भी इसी क्षेत्र में एक युवती के साथ आधी रात को छेड़छाड़ की वारदात सामने आई थी, जिसका आरोपी अब तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। इस वारदात के बाद PG में रहने वाली छात्राओं और कामकाजी महिलाओं में खौफ का माहौल है।