Edited By Mansa Devi,Updated: 24 Aug, 2025 07:36 PM

केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए एक अच्छी खबर है। केंद्र सरकार ने 8वें केंद्रीय वेतन आयोग को मंजूरी दे दी है, हालांकि इसकी आधिकारिक अधिसूचना अभी जारी नहीं हुई है। इसी वजह से कर्मचारियों की नजरें फिटमेंट फैक्टर पर टिकी हैं, जिससे यह...
नेशनल डेस्क: केंद्र सरकार के कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए एक अच्छी खबर है। केंद्र सरकार ने 8वें केंद्रीय वेतन आयोग को मंजूरी दे दी है, हालांकि इसकी आधिकारिक अधिसूचना अभी जारी नहीं हुई है। इसी वजह से कर्मचारियों की नजरें फिटमेंट फैक्टर पर टिकी हैं, जिससे यह तय होगा कि उनकी सैलरी और पेंशन में कितनी बढ़ोतरी होगी।
फिटमेंट फैक्टर क्या होता है?
फिटमेंट फैक्टर एक ऐसा गुणांक (मल्टीप्लायर) है, जिसका इस्तेमाल सरकार कर्मचारियों के वेतन और पेंशन को नए वेतन आयोग में तय करने के लिए करती है। इसका सीधा-सा फॉर्मूला है: नया वेतन = पुराना मूल वेतन × फिटमेंट फैक्टर। फिलहाल 7वें वेतन आयोग में यह फैक्टर 2.57 है।
विभिन्न अनुमानों के हिसाब से सैलरी का गणित
अभी 8वें वेतन आयोग के लिए फिटमेंट फैक्टर तय नहीं हुआ है, लेकिन विशेषज्ञों और कर्मचारी संगठनों ने इसके अलग-अलग अनुमान दिए हैं। यहाँ देखिए, अगर अलग-अलग फैक्टर लागू होते हैं तो आपकी न्यूनतम सैलरी और पेंशन कितनी हो सकती है:
फिटमेंट फैक्टर न्यूनतम वेतन (रुपये) न्यूनतम पेंशन (रुपये)
1.8 32,400 16,200
1.92 34,560 17,280
2.00 36,000 18,000
2.08 37,440 18,720
2.57 46,260 23,130
2.86 51,480 25,740
अगर 2.86 का फिटमेंट फैक्टर लागू होता है, जिसकी मांग कुछ कर्मचारी संगठनों ने की है, तो न्यूनतम सैलरी ₹51,480 तक पहुँच सकती है।
डीए और डीआर का क्या होगा?
एक बात ध्यान देने वाली है कि 8वें वेतन आयोग के लागू होते ही महंगाई भत्ता (DA) और महंगाई राहत (DR) शून्य हो जाएगी। इसके बाद हर छह महीने में महंगाई के आधार पर इन्हें फिर से जोड़ा जाएगा। फिलहाल कर्मचारियों को 55% की दर से डीए/डीआर मिल रहा है।