Edited By Shubham Anand,Updated: 22 Nov, 2025 03:42 PM

बिहार में नीतीश सरकार के नए मंत्री दीपक प्रकाश ने पंचायती राज विभाग का कार्यभार संभालते ही विवाद खड़ा कर दिया। पत्रकारों से नोकझोंक के बाद उनकी कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं। बिना चुनाव लड़े मंत्री बने दीपक के लिए यह शुरुआती विवाद चुनौती बन सकता...
नेशनल डेस्क : बिहार में नीतीश कुमार मंत्रिमंडल के विस्तार के बाद शनिवार को नए मंत्रियों ने अपने-अपने विभागों में पदभार ग्रहण किया। इस क्रम में राष्ट्रीय लोकतांत्रिक मोर्चा (आरएलएम) के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के पुत्र दीपक प्रकाश ने पंचायती राज विभाग की कमान संभाली, लेकिन उनका पहला दिन ही विवादों से घिर गया।
दीपक प्रकाश ने मीडिया पर खोया आपा
पंचायती राज विभाग पहुंचते ही अधिकारियों ने दीपक प्रकाश का स्वागत किया। इसके बाद जब मीडिया कर्मी उनसे सवाल करने लगे तो नवनियुक्त मंत्री का तेवर अचानक गरम हो गया। उन्होंने पत्रकारों से सख्त लहजे में कहा, “अब आप लोग चैंबर से बाहर जाइए… मेरा टाइम बर्बाद मत कीजिए।”
दीपक प्रकाश पहली बार मंत्री बने हैं और बिना चुनाव लड़े सीधे कैबिनेट में जगह मिली है। युवा चेहरा होने के नाते उनसे मीडिया के साथ सहज संवाद की उम्मीद की जा रही थी, लेकिन पहले दिन ही पत्रकारों से तीखी नोकझोंक ने सवाल खड़े कर दिए हैं। विपक्ष के साथ-साथ सोशल मीडिया पर भी उनकी इस प्रतिक्रिया की कड़ी आलोचना हो रही है।
अशोक चौधरी ने संभाला ग्रामीण कार्य विभाग
इसी क्रम में कांग्रेस कोटे से मंत्री अशोक चौधरी ने ग्रामीण कार्य विभाग का कार्यभार ग्रहण किया। विभाग पहुंचने पर आईएएस अधिकारियों व कर्मचारियों ने उनका भव्य स्वागत किया। पदभार ग्रहण करने के बाद अशोक चौधरी ने कहा, “मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार का विकास लगातार आगे बढ़ रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में सड़क, पुल-पुलिया और अन्य योजनाओं को पहले से ज्यादा तेज गति से पूरा किया जाएगा।”
गृह विभाग के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास रहने और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को न मिलने के सवाल पर अशोक चौधरी ने सफाई दी। उन्होंने कहा, “गठबंधन में सब कुछ ठीक है। कोई खटपट नहीं है। जो विभाग दिए गए हैं, वह सोच-समझकर दिए गए हैं। इसमें कोई बड़ी बात नहीं है।”