Edited By Harman Kaur,Updated: 18 Aug, 2025 02:05 PM

अगर आप भी हर बार "एक्स्ट्रा हॉट" चाय या कॉफी ऑर्डर करते हैं, तो अब सतर्क हो जाइए। शोध में सामने आया है कि 65 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा तापमान वाले पेय पदार्थों का लंबे समय तक सेवन अन्ननली (Oesophagus) के कैंसर का खतरा बढ़ा सकता है।
नेशनल डेस्क: अगर आप भी हर बार "एक्स्ट्रा हॉट" चाय या कॉफी ऑर्डर करते हैं, तो अब सतर्क हो जाइए। शोध में सामने आया है कि 65 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा तापमान वाले पेय पदार्थों का लंबे समय तक सेवन अन्ननली (Oesophagus) के कैंसर का खतरा बढ़ा सकता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की कैंसर शोध शाखा IARC (International Agency for Research on Cancer) ने पहले ही 2016 में चेतावनी दी थी कि बेहद गर्म पेय पदार्थ "संभावित कैंसरजनक (Probably Carcinogenic)" हो सकते हैं। यह वही श्रेणी है, जिसमें रेड मीट का अत्यधिक सेवन और घर के अंदर लकड़ी जलाने से उत्पन्न धुआं भी आता है।
गर्म ड्रिंक और कैंसर का संबंध, क्या कहता है शोध?
दक्षिण अमेरिका, मिडिल ईस्ट, अफ्रीका और एशिया के अध्ययन दर्शाते हैं कि बहुत अधिक गर्म पेयों का सेवन सीधे तौर पर फूड पाइप के कैंसर से जुड़ा हुआ है। दक्षिण अमेरिका में पी जाने वाली हर्बल ड्रिंक ‘Mate’ को 70°C तापमान पर पीने वालों में अन्ननली के कैंसर के केस अधिक देखे गए हैं।
हाल ही में यूके में किए गए एक अध्ययन में 5 लाख से अधिक लोगों पर रिसर्च की गई। नतीजों के अनुसार, जो लोग रोज़ाना 8 या उससे अधिक कप बेहद गर्म चाय/कॉफी पीते हैं, उनमें कैंसर का खतरा 6 गुना अधिक देखा गया।
गर्म पेय कैसे पहुंचाते हैं नुकसान?
शोधकर्ताओं का मानना है कि अत्यधिक गर्म पेय अन्ननली की परत को क्षतिग्रस्त कर देते हैं। लगातार ऊष्मा से क्षतिग्रस्त कोशिकाएं धीरे-धीरे कैंसर में बदल सकती हैं। चूहों पर किए गए एक शोध में यह पाया गया कि 70°C तापमान वाला पानी पीने वाले चूहों में कैंसर ग्रोथ अधिक तेज़ हुई। एक अन्य थ्योरी के अनुसार, गर्म भोजन या पेय पदार्थ अन्ननली की लाइनिंग को कमजोर करते हैं, जिससे पेट का एसिड अधिक नुकसान पहुंचाता है और लंबे समय तक जलन या सूजन की स्थिति कैंसर का कारण बन सकती है।
कितने तापमान पर पीना चाहिए गर्म पेय?
अमेरिका में हुई एक रिसर्च के अनुसार 57.8°C तापमान पर चाय या कॉफी पीना स्वाद और स्वास्थ्य दोनों के लिए उपयुक्त है। गौरतलब है कि बाहर से ली गई गर्म कॉफी अक्सर 90°C तक गर्म होती है, जिससे अन्ननली को गंभीर नुकसान पहुंच सकता है।