Edited By Anil dev,Updated: 19 Jul, 2019 06:39 PM
आज के दौर में प्लास्टिक की समस्या पर्यावरण के लिए विनाशकारी साबित हो रही है। यह हमारी प्रकृति के लिए एक बड़ा खतरा बन चुका है। हालांकि, सरकारें और कई गैर सरकारी संस्थाओं द्वारा कई बार इन पर रोक लगाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं।
नई दिल्ली: आज के दौर में प्लास्टिक की समस्या पर्यावरण के लिए विनाशकारी साबित हो रही है। यह हमारी प्रकृति के लिए एक बड़ा खतरा बन चुका है। हालांकि, सरकारें और कई गैर सरकारी संस्थाओं द्वारा कई बार इन पर रोक लगाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। बावजूद इसके किसी ने किसी तरीके से इसे उपयोग में लाया जा रहा है। इसी बीच छत्तीसगढ़ के एक खास पहल शुरू हुई है। हम बात कर रहे हैं छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर जिले में बने देश के पहले गार्बेज कैफे की।
फुल थाली सिर्फ 1 किलो कचरे में
इसके तहत आपको इस कैफे में एक किलो प्लास्टिक का कचरा लाने पर मुफ्त खाना मिलेगा। इसके अंतर्गत नगर निगम गरीब और बेघर लोगों को प्लास्टिक कूड़े-कबाड़े के बदले खाना नसीब हो सकेगा। यहां पर ऐसा नियम बनाया गया है कि यदि आप 1 किलो प्लास्टिक देते हैं तो आप एक बार में भरपेट खाना खा सकेंगे। जबकि 500 ग्राम कचरा देकर आप नाश्ता भी कर सकते हैं। शहर के प्रतीक्षा बस स्टैंड से इसका संचालन किया जाएगा।
8 लाख प्लास्टिक से बनाई गई पहली सड़क
छत्तीसगढ़ का अम्बीकापुर जो कि इन्दौर के बाद भारत का दूसरा सबसे साफ शहर माना गया है। शहर में 8 लाख प्लास्टिक के मिश्रण से प्रदेश में पहली सड़क यहीं बनाई गई है। प्लास्टिक के मिश्रण से बनने वाली सड़क टिकाऊ होती है, क्योंकि इससे पानी अंदर नहीं जाता है। वहीं अब प्लास्टिक की मदद से और नई सड़कें बनाई जाएंगी। नगर निगम इस स्कीम के अंतर्गत न केवल गरीबों को खाना खिलाएगा बल्कि उनको रहने के लिए छत भी देगा।