Edited By Seema Sharma,Updated: 18 Oct, 2020 03:17 PM
देश में पिछले तीन हफ्ते में कोरोना वायरस के नए मामलों और इससे होने वाली मौतों में कमी आई है और अधिकतर राज्यों में संक्रमण का प्रसार स्थिर हुआ है। नीति आयोग के सदस्य वी के पॉल ने रविवार को यह बात कही लेकिन उन्होंने सर्दी के मौसम में संक्रमण की दूसरी...
नेशनल डेस्कः देश में पिछले तीन हफ्ते में कोरोना वायरस के नए मामलों और इससे होने वाली मौतों में कमी आई है और अधिकतर राज्यों में संक्रमण का प्रसार स्थिर हुआ है। नीति आयोग के सदस्य वी के पॉल ने रविवार को यह बात कही लेकिन उन्होंने सर्दी के मौसम में संक्रमण की दूसरी लहर की आशंका से इनकार नहीं किया। पॉल महामारी से निपटने के प्रयासों में समन्वयन के लिए गठित विशेषज्ञ पैनल के प्रमुख भी हैं।
पॉल ने एक न्यूज एजेंसी को दिए इंटरव्यू में कहा कि एक बार कोरोना का टीका आ जाए, उसके बाद उसे नागरिकों को उपलब्ध कराने के लिए पर्याप्त संसाधन हैं। उन्होंने कहा कि भारत में कोरोना वायरस के नए मामलों और इससे होने वाली मौतों में पिछले तीन हफ्तों में कमी आई है और अधिकतर राज्यों में संक्रमण का प्रसार स्थिर हुआ है।''
पॉल ने कहा कि हालांकि पांच राज्य (केरल, कर्नाटक, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल) और तीन से चार केन्द्र शासित क्षेत्र हैं जहां अब भी संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं।'' वह ‘नेशनल एक्सपर्ट ग्रुप ऑन वैक्सीन एडमिनिस्ट्रेशन फॉर कोविड-19 (एनईजीवीएसी) के भी प्रमुख हैं। उनके मुताबिक भारत अब कहीं बेहतर स्थिति में है लेकिन अभी लंबा रास्ता तय करना है क्योंकि 90 प्रतिशत लोग अब भी कोरोना वायरस से आसानी से संक्रमित हो सकते हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या सर्दी के मौसम में भारत में संक्रमण की दूसरी लहर आ सकती है, पॉल ने कहा कि सर्दी की शुरुआत होते ही यूरोप के देशों में संक्रमण के मामले बढ़ते दिखाई दे रहे हैं।
पॉल ने कहा कि हम इससे इनकार नहीं कर सकते (भारत में कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर से)। चीजें हो सकती हैं और हम अब भी वायरस के बारे में सीख रहे हैं। संक्रमण का टीका आ जाने पर इसके भंडारण और वितरण के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि भारत में बड़ी संख्या में कोल्ड स्टोरेज हैं और जरूरत पड़ने पर इनकी संख्या बढ़ाई जा सकती है। पॉल ने कहा कि टीका उपलब्ध होने पर इसकी आपूर्ति करने और लोगों तक पहुंचाने के लिए पर्याप्त संसाधन हैं।