Edited By Anu Malhotra,Updated: 04 Dec, 2025 08:51 AM

राज्यसभा में आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा ने पंजाब में गहराते जल संकट पर गंभीर चिंता जताते हुए कहा कि जो प्रदेश कभी देश को अनाज देकर भूखमरी से बचाता था, वही आज पानी की मात्रा और गुणवत्ता दोनों के मोर्चे पर गंभीर खतरे से गुजर रहा है।
नेशनल डेस्क: राज्यसभा में आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा ने पंजाब में गहराते जल संकट पर गंभीर चिंता जताते हुए कहा कि जो प्रदेश कभी देश को अनाज देकर भूखमरी से बचाता था, वही आज पानी की मात्रा और गुणवत्ता दोनों के मोर्चे पर गंभीर खतरे से गुजर रहा है।
राघव चड्ढा ने अपने संबोधन में गुरु नानक देव जी की वाणी का जिक्र करते हुए कहा कि हवा, पानी और धरती को गुरु-पिता-माता का दर्जा दिया गया है, लेकिन दुख की बात है कि पांच दरियाओं की धरती कहलाने वाला पंजाब आज जहरीले पानी और तेजी से गिरते भूजल स्तर से जूझ रहा है। वे यह मुद्दा उस समय रख रहे थे जब केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव द्वारा अनुच्छेद 252(1) के तहत मणिपुर में जल (प्रदूषण निवारण एवं नियंत्रण) संशोधन विधेयक, 2024 लागू करने पर चर्चा चल रही थी।
स्वास्थ्य बीमा और निजी अस्पतालों के ‘शोषण’ पर भी की तीखी टिप्पणी
जल संकट के अलावा राघव चड्ढा ने स्वास्थ्य बीमा से जुड़े मुद्दों पर भी सरकार का ध्यान खींचा। उन्होंने कहा कि आम लोग निजी अस्पतालों और बीमा कंपनियों की मनमानी से परेशान हैं - कभी कैशलैस इलाज से इनकार, तो कभी सही दावे को भी ठुकरा देना, यह लोगों के साथ खुला अन्याय है। उनका कहना था कि स्वास्थ्य बीमा किसी परिवार के लिए ‘किस्मत का जुआ’ नहीं, बल्कि मुसीबत के समय एक भरोसेमंद सुरक्षा कवच होना चाहिए।