Edited By Mehak,Updated: 20 Jul, 2025 04:25 PM

दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल के डॉक्टरों ने एक बेहद जटिल और दुर्लभ सर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है। डॉक्टरों की टीम ने मरीज के पेट से 10.6 किलो वजनी Gastrointestinal Stromal Tumor (GIST) को निकालने में सफलता प्राप्त की। ट्यूमर पिछले 8 महीनों से...
नेशनल डेस्क : दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल के डॉक्टरों ने एक बेहद जटिल और दुर्लभ सर्जरी को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है। डॉक्टरों की टीम ने मरीज के पेट से 10.6 किलो वजनी Gastrointestinal Stromal Tumor (GIST) को निकालने में सफलता प्राप्त की। ट्यूमर पिछले 8 महीनों से मरीज के शरीर में था और धीरे-धीरे पूरे पेट में फैल गया था।
यह ट्यूमर इतना बड़ा हो गया था कि उसने पेट के सभी हिस्सों को घेर लिया था और दोनों तरफ की एक्सटर्नल इलिएक वेसल्स को अपनी चपेट में ले लिया था। इसकी वजह से मरीज को राइट हाइड्रोनेफ्रोसिस (Hydronephrosis) हो गया था। डॉक्टरों के लिए यह सर्जरी काफी चुनौतीपूर्ण थी क्योंकि ट्यूमर कई अहम अंगों, ओमेंटम और ब्लैडर डोम से जुड़ा हुआ था।
इस जटिल सर्जरी का नेतृत्व डॉ. शिवानी बी. परुथी ने किया। सर्जरी में उनका साथ डायरेक्टर डॉ. संदीप बंसल, डॉ. चारु भांबा (MS), सर्जरी विभाग की HOD डॉ. कविता, और डॉ. आरके चेजारा ने दिया। टीम ने आपसी तालमेल और सटीक योजना से इस बड़े ट्यूमर को सफलतापूर्वक निकालने में कामयाबी पाई।
सर्जरी की सफलता पर डॉ. संदीप बंसल ने कहा, 'इतना बड़ा GIST ट्यूमर निकालना हमारे अस्पताल में मेडिकल एडवांसमेंट और टीमवर्क का बड़ा उदाहरण है। ऐसी जटिल सर्जरी को सफलतापूर्वक करना पूरे मेडिकल स्टाफ के समर्पण का नतीजा है। हम आगे भी इस तरह के केस को चुनौती मानकर मरीजों को बेहतर इलाज देने की कोशिश करेंगे।'
गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल स्ट्रोमल ट्यूमर (GIST) एक दुर्लभ प्रकार का ट्यूमर है, जो पाचन तंत्र की संयोजी ऊतकों में पैदा होता है और Interstitial Cells of Cajal (ICC) से विकसित होता है। सफल सर्जरी के बाद मरीज को छुट्टी दे दी गई है और अब Medical Oncology Team उसकी रिकवरी पर लगातार नजर रख रही है। इस ऑपरेशन ने एक बार फिर साबित किया कि सही तकनीक, अनुभवी टीम और समर्पण से किसी भी जटिल केस को सफल बनाया जा सकता है।