Edited By Parveen Kumar,Updated: 22 Sep, 2025 07:00 PM

झारखंड के गढ़वा जिले में एक जंगली हाथी ने विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूह (पीवीटीजी) परहैया से जुड़े 32 वर्षीय एक व्यक्ति को कुचलकर मार डाला। एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि यह घटना रविवार रात उस समय घटी, जब संबंधित...
नेशनल डेस्क: झारखंड के गढ़वा जिले में एक जंगली हाथी ने विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूह (पीवीटीजी) परहैया से जुड़े 32 वर्षीय एक व्यक्ति को कुचलकर मार डाला। एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि यह घटना रविवार रात उस समय घटी, जब संबंधित व्यक्ति अन्य लोगों के साथ बाजार से घर लौटते समय बनजांग जंगल पार कर रहा था। गांव वालों ने इस घटना को वन विभाग की लापरवाही बताते हुए मुआवजे के लिए अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया।
मेराल क्षेत्राधिकारी यशवंत नायक ने ‘पीटीआई-भाषा' को बताया कि अचानक सात-आठ हाथियों का झुंड वहां आ गया, जिसे देख अन्य लोग भागने में सफल रहे, लेकिन बहेरवा गांव निवासी रमेश परहैया भाग नहीं सका और एक हाथी ने उसे कुचलकर मार डाला। बनजांग रेंज के वन अधिकारी नीरज मेहता ने कहा कि हाथियों के पीछे लगने पर हमेशा ढलान की ओर भागने की सलाह दी जाती है, क्योंकि वहां हाथी अपने शरीर का संतुलन बनाए रखने में असफल रहते हैं और पीछा छोड़ देते हैं, लेकिन रमेश ने इसके ठीक विपरीत किया।
नायक ने बताया कि मृतक के परिवार के सदस्यों को अंतरिम राहत के रूप में एक लाख रुपये का भुगतान किया गया है और मुआवजे की शेष चार लाख रुपये की राशि जल्द ही दी जाएगी। उन्होंने कहा कि रमेश के शव को पोस्टमार्टम के लिए गढ़वा सदर अस्पताल भेज दिया गया है।