Edited By Anu Malhotra,Updated: 01 Dec, 2025 09:48 AM

पिछले सप्ताह गोल्ड की कीमतों में लगभग 3 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई, और इस हफ्ते इसके दामों में और भी तेजी देखने को मिल सकती है। विशेषज्ञों का मानना है कि दिसंबर के पहले सप्ताह में सोने के दाम नया रिकॉर्ड स्थापित कर सकते हैं, जहां कीमतों में 5,000...
नेशनल डेस्क: पिछले सप्ताह गोल्ड की कीमतों में लगभग 3 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई, और इस हफ्ते इसके दामों में और भी तेजी देखने को मिल सकती है। विशेषज्ञों का मानना है कि दिसंबर के पहले सप्ताह में सोने के दाम नया रिकॉर्ड स्थापित कर सकते हैं, जहां कीमतों में 5,000 रुपए प्रति दस ग्राम तक की तेजी संभव है। यह तेजी कई महत्वपूर्ण कारणों से संभव हो रही है, जिनमें केंद्रीय बैंकों की लगातार खरीदारी, घरेलू मांग, और वैश्विक आर्थिक माहौल शामिल हैं।
क्या वजह है इस उछाल की?
केंद्रीय बैंकों द्वारा सोने की खरीद जारी है, जो सोने की कीमतों को मजबूती प्रदान कर रही है। साथ ही भारत में शादी और त्योहारों के मौसम में सोने की मांग काफी बढ़ जाती है, जिससे स्थानीय बाजार में कीमतें ऊपर जाती हैं। वहीं, अमेरिका में फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों ने भी सोने के दामों को सपोर्ट किया है। इस पर रूस और नाटो-यूक्रेन के बीच तनाव भी सोने की कीमतों को बढ़ावा देने वाला एक बड़ा कारण है।
विशेषज्ञों की क्या राय है?
जेएम फाइनेंशियल के उपाध्यक्ष प्रणव मेर के अनुसार, सोना अब लंबे समय से फंसे दायरे से बाहर निकलकर नए स्तरों की ओर बढ़ रहा है। निवेशकों की नजरें अमेरिका के रोजगार आंकड़ों, फेडरल रिजर्व अध्यक्ष जेरोम पॉवेल के भाषण और भारतीय रिजर्व बैंक की आगामी नीतियों पर टिकी हैं। वहीं, एमसीएक्स के आंकड़ों से पता चलता है कि फरवरी 2026 के सोना वायदा भाव में करीब 3,654 रुपए की बढ़ोतरी हुई है, जो कि 2.9 प्रतिशत से ज्यादा है।
एंजल वन के शोध अधिकारी प्रथमेश माल्या बताते हैं कि रुपये की कमजोरी और भारत में मजबूत मांग ने कीमतों को ऊपर धकेला है। त्योहारों, शादियों और आभूषणों की निरंतर खरीदारी सोने के बाजार को सपोर्ट कर रही है। इसके अलावा, विश्व के कई केंद्रीय बैंक सोना जमा कर रहे हैं, जो लंबे समय तक कीमतों को स्थिर और ऊंचा बनाए रखेगा।
डॉलर कमजोर और ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद
विदेशी बाजारों में दिसंबर सप्लाई वाले सोने के अनुबंधों की कीमतों में 3.4 फीसदी की तेजी देखी गई है। कमजोर डॉलर, फेड के नरम रुख और संभावित ब्याज दर कटौती की अफवाहें सोने की मांग को बढ़ा रही हैं। अमेरिकी बाजार में कारोबार फिर से शुरू होते ही सोने की कीमतें एक फीसदी से ज्यादा बढ़ गईं।
चांदी ने भी दी गोल्ड को टक्कर
इस दौरान चांदी ने भी शानदार प्रदर्शन किया है। एमसीएक्स पर चांदी के वायदा भाव में पिछले सप्ताह लगभग 10.83 फीसदी की वृद्धि हुई। वैश्विक बाजार में भी चांदी की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई हैं। फेड की नरम टिप्पणियों और उम्मीदों ने चांदी के रुझान को भी सकारात्मक बनाए रखा है।
वेल्थ ग्लोबल रिसर्च के डायरेक्टर अनुज गुप्ता का कहना है कि इस हफ्ते भी सोने की कीमतों में तेजी की संभावना है। फेड की अगली बैठक में 25 बेसिस प्वाइंट तक ब्याज दर कटौती के संकेत मिलने से सोने के दामों में करीब 4 फीसदी यानी 5 हजार रुपए प्रति दस ग्राम की बढ़ोतरी हो सकती है।