Edited By Mansa Devi,Updated: 13 Jul, 2025 01:05 PM

क्या आप सोना खरीदने का मन बना रहे हैं? तो आपके लिए एक अच्छी खबर हो सकती है! वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (विश्व स्वर्ण परिषद) की एक ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक, आने वाले समय में सोने की कीमतों में नरमी देखने को मिल सकती है। इसका मतलब है कि सोना खरीदने के लिए...
नेशनल डेस्क: क्या आप सोना खरीदने का मन बना रहे हैं? तो आपके लिए एक अच्छी खबर हो सकती है! वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (विश्व स्वर्ण परिषद) की एक ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक, आने वाले समय में सोने की कीमतों में नरमी देखने को मिल सकती है। इसका मतलब है कि सोना खरीदने के लिए आपको शायद कम पैसे खर्च करने पड़ें।
क्यों घट सकते हैं सोने के दाम?
रिपोर्ट में कई अहम बातें बताई गई हैं जो सोने की कीमतों को नीचे ला सकती हैं:
➤ भू-राजनीतिक और व्यापारिक तनाव में कमी: अगर दुनिया भर में देशों के बीच चल रहे विवाद और व्यापारिक दिक्कतें कम होती हैं, तो सोने की मांग घट सकती है। लोग सुरक्षित निवेश के तौर पर सोना खरीदना कम पसंद करेंगे, जिससे दाम गिर सकते हैं।
➤ अमेरिकी डॉलर और ट्रेजरी यील्ड में उछाल: अगर अमेरिकी डॉलर और मजबूत होता है या अमेरिकी सरकारी बॉन्ड (ट्रेजरी) पर मिलने वाला रिटर्न (यील्ड) बढ़ता है, तो निवेशकों का रुझान डॉलर और बॉन्ड की तरफ बढ़ सकता है. ऐसे में सोने की चमक थोड़ी फीकी पड़ सकती है।
➤ पिछले कुछ समय से दुनिया भर के केंद्रीय बैंक बड़ी मात्रा में सोना खरीद रहे थे, जिससे सोने के दाम बढ़े। लेकिन अगर उनकी यह खरीदारी कम होती है, तो सोने की कीमतों पर दबाव आ सकता है।
➤ आम निवेशकों की मांग में कमी: जब सोने के दाम बहुत ज़्यादा बढ़ जाते हैं, तो आम निवेशक डरने लगते हैं कि कहीं उन्हें नुकसान न हो जाए। ऐसे में अगर उनकी तरफ से सोने की मांग घटती है, तो भी कीमतें गिर सकती हैं।
सोने की कीमतों का हालिया उछाल
पिछले कुछ समय से सोने के दाम लगातार बढ़ रहे हैं। 3 नवंबर 2022 को सोना 1,429 अमेरिकी डॉलर प्रति औंस पर था, जो अब दोगुने से भी ज़्यादा बढ़कर 3,287 अमेरिकी डॉलर प्रति औंस तक पहुंच गया है। यानी हर साल करीब 30% की ज़बरदस्त बढ़ोतरी! इस तेज़ी के पीछे मुख्य कारण रहे हैं केंद्रीय बैंकों की लगातार खरीदारी, दुनिया भर में बढ़ता तनाव (जैसे युद्ध और राजनीतिक अस्थिरता) और हाल ही में सामने आए व्यापारिक जोखिम।
इन सबने मिलकर ब्याज दरों में बढ़ोतरी और महंगाई में कमी के नकारात्मक असर को भी पीछे छोड़ दिया. पिछले शुक्रवार को भारतीय बाज़ार में सोने का भाव 97,511 रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास बना हुआ था।
लंबी अवधि में क्या उम्मीद?
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल का मानना है कि लंबे समय तक सोने में बहुत बड़ी गिरावट की संभावना कम है। लेकिन अगर सोने की मांग में कोई बड़ा और लगातार बदलाव आता है, जैसे कि बड़े निवेशक और आम लोग सोने में पैसा लगाना कम कर दें, या फिर बाज़ार में सोने की सप्लाई अचानक बढ़ जाए, तो निश्चित रूप से दाम नीचे आ सकते हैं।
निवेशकों के लिए सलाह
सोने में निवेश करने वालों के लिए यह एक महत्वपूर्ण समय है। रिपोर्ट बताती है कि निवेशकों को दुनिया की आर्थिक स्थिति, भू-राजनीतिक माहौल और केंद्रीय बैंकों की नीतियों पर कड़ी नज़र रखनी चाहिए। अगर वैश्विक जोखिम कम होते हैं या अमेरिकी अर्थव्यवस्था में मज़बूती आती है, तो सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।